विश्वजीत राणे गुरुवार को पार्टी व्हिप को ठेंगा दिखाते हुए विश्वासमत के दौरान सदन से अनुपस्थित रहे थे। बाद में उन्होंने कांग्रेस पार्टी से अपना इस्तीफा दे दिया।पार्टी छोड़ने के एक दिन बाद राणे ने कहा, “दिग्विजय सिंह को राजनीति छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने जो बड़ी गलती की है उसका खामियाजा गोवा में कांग्रेस को चुकानी पड़ी जिसके चलते वह बहुमत रहने के बावजूद वह सरकार नहीं बना पायी।“ राणे ने कहा, “मैं नहीं जानता हूं कि दिग्विजय सिंह वास्तव में गोवा में कांग्रस की सरकार बनाने चाहते थे। उनके एक्शन को देखकर तो ऐसा नहीं लगता है।” पूर्व मुख्यमंत्री प्रतापसिंह राणे के बेटे ने आरोप लगाते हुए कहा कि गोवा विधानसभा की 17 सीटें जीतने के बाद पार्टी कार्यालय में कांग्रेस विधानमंडल की बैठक महज एक मजाक था।
गोवा में राजनीतिक प्रबंधन की चूक को लेकर निशाना बन रहे कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने बचाव करते हुए अपने नेताओं को ही कांग्रेस की इस दशा के लिए जिम्मेदार ठहराया है। दिग्विजय के अनुसार सूबे के पार्टी नेताओं की वजह से ही कांग्रेस का बंटाधार हुआ है और गोवा में सरकार बनाने का मौका पार्टी चूक गई। उन्होंने कहा कि चुनाव में गोवा फारवर्ड पार्टी से चुनावी तालमेल के उनके प्रस्ताव को ठुकराना कांग्रेस के लिए महंगा साबित हुआ है।