वैदिक ग्रंथों में मंगल का दिन सबसे शुभ और कल्याणकारी माना गया है. इसी दिन भक्तराज हनुमान अपने भक्तों की सुध लेते हैं. अगर आपको लग रहा है कि सफलता हाथ लगते-लगते चूक जाती है और कहीं भी कामयाबी हासिल नहीं हो रही है, तो मंगलवार को कुछ उपाय करें. आपको निश्चित तौर पर लाभ मिलेगा और बंद किस्मत का ताला खुल जाएगा.
वैदिक ग्रंथों में मंगल का दिन सबसे शुभ और कल्याणकारी माना गया है. इसी दिन भक्तराज हनुमान अपने भक्तों की सुध लेते हैं. अगर आपको लग रहा है कि सफलता हाथ लगते-लगते चूक जाती है और कहीं भी काम’याबी हासिल नहीं हो रही है, तो मंगलवार को कुछ उपाय करें. आपको नि’श्चित तौर पर लाभ मिलेगा और बंद किस्मत का ताला खुल जाएगा.
मंगलवार के दिन तांत्रि’क हनुमान यंत्र की स्थाप’ना करने का बड़ा मह’त्व है. मंगलवार को अपने पूजन स्थान पर करें तांत्रिक हनुमान यंत्र की स्था’पना करें और हर दिन इस यंत्र की पूजा करें. जल्दी ही आपको इसका फल भी मिलने लगेगा.
मंगलवार के दिन शाम के समय किसी हनुमान मंदिर में जाएं और एक सरसों के तेल का और एक शुद्ध घी का दीपक जलाएं. इसके बाद वहीं बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें. हनुमानजी की कृपा पाने का ये एक अचूक उपाय है.
मंगलवार के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद किसी पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाएं. इसके बाद पूर्व दिशा की ओर मुख करके तुलसी की माला से राम नाम का जप करें. कम से कम 11 माला जप अव’श्य करें.
किसी भी मंगलवार को शाम के समय हनुमानजी को केव’ड़े का इत्र व गुलाब की माला चढ़ाएं. हनुमानजी को प्रस’न्न करने का ये बहुत ही अचूक उपाय है. इस उपाय से हर मनोका’मना पूरी हो जाती है.
मंगलवार को पास ही स्थि’त हनुमानजी के किसी मंदिर में जाएं और उन्हें उन्हें सिं’दूर व चमेली का तेल अर्पि’त करें और अपनी मनोका’मना कहें. इससे हनुमा’नजी प्रसन्न होते हैं और भक्त की हर मनो’कामना पूरी कर देते हैं.
मंगलवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद बड़ के पेड़ का एक पत्ता तोड़ें और इसे साफ स्व’च्छ पानी से धो लें. अब इस पत्ते को कुछ देर हनुमा’नजी के सामने रखें और इसके बाद इस पर केसर से श्री’राम लिखें. अब इस पत्ते को अपने पर्स में रख लें. साल भर आपका पर्स पैसों से भरा रहेगा.
अगर आप शनि दोष से पी’डि़त हैं तो इस दिन काली उड़द व कोयले की एक पोट’ली बनाएं. इसमें एक रुपए का सि’क्का रखें. इसके बाद इस पोटली को अपने ऊपर से उसार कर किसी नदी में प्रवाहित कर दें और फिर किसी हनु’मान मंदिर में जाकर राम नाम का जप करें इससे शनि दोष का प्रभाव कम हो जाएगा.