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के द्वारा प्रकाशित किया गया नितिन व्यास साथ 0 टिप्पणियाँ)
मेरी नजर में, भारतीय समाज में गंदगी की अनदेखी एक बड़ी समस्या है। हम अक्सर देखते हैं कि लोग सड़कों पर, जल स्रोतों में और खुले मैदानों में कचरा फेंकते हैं। इससे न केवल हमारा पर्यावरण प्रदूषित होता है, बल्कि हमारी स्वास्थ्य स्थिति भी खराब होती है। यह सोचने की बात है कि क्यों हम इस तरह की अनदेखी करते हैं। क्या हमें अपने आस-पास की स्वच्छता का ख्याल नहीं रखना चाहिए?
भारत के कई शहरों में नगर निगमों की अनदेखी भी दिखाई देती है। अक्सर देखा जाता है कि कचरा संकलन और प्रबंधन की सेवाएं असंगठित और अपर्याप्त होती हैं। इसके परिणामस्वरूप, गली-मोहल्लों, बाजारों और खुले स्थलों में कचरा इकट्ठा हो जाता है। इससे न केवल कीटाणु फैलते हैं, बल्कि यह सड़कों को भी बाधित करता है।
भारत में स्वच्छता मानदंडों का अभाव भी देखने को मिलता है। कई स्थलों पर शौचालयों की सुविधा नहीं होती, जिसके कारण लोग खुले में शौच करने के लिए मजबूर होते हैं। इसके अलावा, अधिकांश सार्वजनिक स्थलों पर डस्टबिन की कमी भी होती है, जिसके कारण लोग कचरा जमीन पर ही फेंक देते हैं।
अधिकांश भारतीयों को स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूकता की कमी होती है। हमें अपने बच्चों को स्वच्छता के महत्व और इसके पालन के तरीके सिखाने की जरूरत है। स्वच्छता के खिलाफ अपराधों पर डंड लगाने के अलावा, हमें इसे अपनी जीवनशैली में शामिल करने के लिए भी प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।
हमें एक व्यक्ति के रूप में, एक समुदाय के रूप में और एक देश के रूप में स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रयास करना चाहिए। हमें स्वच्छता के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इसके अलावा, हमें स्वच्छता के महत्व को लोगों तक पहुंचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है।
सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से स्वच्छता को बढ़ावा देने का प्रयास किया है। इसके अंतर्गत, शौचालयों का निर्माण, कचरा प्रबंधन सिस्टम की सुधार और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उपाय किए गए हैं। हालांकि, हमें इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है।
समाज की भूमिका भी महत्वपूर्ण होती है। हमें अपने आस-पास की स्वच्छता का ख्याल रखना चाहिए और अपने समाज को स्वच्छ रखने के लिए प्रेरित करना चाहिए। हमें कचरा फेंकने के लिए डस्टबिन का उपयोग करना चाहिए और अपने बच्चों को स्वच्छता के महत्व को समझाना चाहिए।
संक्षेप में, हम कह सकते हैं कि भारत इतना गंदा क्यों है, इसके कई कारण हैं। लेकिन, अगर हम सब मिलकर स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बनाते हैं, तो हम इस समस्या को हल कर सकते हैं। स्वच्छता सिर्फ हमारे लिए ही नहीं, बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसलिए, हमें इसे अपने जीवनशैली का हिस्सा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए।