“मुताह निकाह”: इस्लामी कानून में है वैश्यावृत्ति को मान्यता प्राप्त, जरूर पढ़ें

इसमें पैसा देकर कुछ समय के लिए किसी महिला से “अस्थाई विवाह” कर शाररिक संबंध बनाया जा सकता है

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अरब के बहुत से पैसे वाले शेख भारत के हैदराबाद और मुंबई आदि क्षेत्र मेँ मात्र अय्याशी करने के लिये “मुताह निकाह” करने आते हैँ और वे लोग जिनकी धार्मिक भावनाएँ “वंदेमातरम गाने” से आहत होती हैं, वह पैसे लेकर अपनी लङकियोँ का “मुताह निकाह” अरब के शेखोँ से कराते हैँ और उनकी अय्याशी का पूरा इंतजाम करते हैं |

इसमें तो जब एक बार कोई लड़की फंस जाती है तो उसकी शादी कभी नहीं होती, फिर उसे “मुताही” बोलते हैं. जैसे-जैसे उसकी जवानी ढलती है, उसके पैसे घटते जाते हैं | यहां तक होता है कि कई औरतों को सिर्फ खाने-कपड़े पर रखा जाता है, उनका यौन शोषण किया जाता है और यौन शोषण के साथ –साथ वह नौकरानी की तरह घर का काम भी करती हैं |

आगे देखिये आखिर क्यों मौलवी भी खबर रखते हैं कि किसके घर की लड़की सयानी हो गई है

स्लाइडर के जरिये पढ़ें पूरी पोस्ट..

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