स्थानीय मक्खन: क्या है, क्यों चुनें और कैसे इस्तेमाल करें

जब बाजार में कई तरह की ब्रांड की मक्खन आती है, तो स्थानीय बनावट को अनदेखा करना मुश्किल हो जाता है। स्थानीय मक्खन अक्सर ताज़ा दूध से बनता है, इसलिए उसका स्वाद और पोषण दोनो ही बेहतर होता है। आप घर में बनी रोटी, पराठा या पकोड़े को जब इस पर लगाते हैं, तो एक अलग ही खुशबू आती है। आइए जानते हैं क्यों यह आपके किचन में जगह बनाता है।

स्थानीय मक्खन के पोषण लाभ

स्थानीय मक्खन में विटामिन A, D, E और K की मात्रा बाजार में मिलने वाले प्रोसेस्ड मक्खन से अधिक होती है। ये विटामिन आँखों, हड्डियों और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। साथ ही इसमें ताज़ा घी के जैसे ऑमेगा‑3 फैटी एसिड होते हैं, जो दिल की सेहत को बेहतर रखते हैं। चर्बी की बात करें तो स्थानीय मक्खन में संतृप्त वसा की मात्रा कम होती है, इसलिए सीमित मात्रा में सेवन करने से वजन में कोई समस्या नहीं होती।

स्थानीय मक्खन कैसे चुनें और रखें

सबसे पहले तो देखें कि पैकेज पर 'स्थानीय' या 'डायरेक्ट फ्रोम फार्म' लिखा है या नहीं। यदि संभव हो तो बिना पैकेज के ताजा बर्तन में बेचा गया मक्खन चुनें – इससे आप सीधे निर्माता से बात कर सकते हैं और ताजगी की पुष्टि कर सकते हैं। खरीदते समय रंग सुनहरा और महक हल्की देंहली होनी चाहिए; यदि तेज़ बदबू या काला रंग देखे तो बचें। स्टोरेज के लिए सबसे अच्छा तरीका है फ्रिज के सबसे ठंडे भाग में रखना और उसे 2‑3 हफ्ते के भीतर इस्तेमाल कर लेना। अगर आप उसे लम्बे समय तक रखना चाहते हैं तो एक छोटा हिस्स़ फ्रीज़र में रख दें, फिर उपयोग से पहले कमरे के तापमान पर पिघलाएं। यह तरीका मक्खन की क्रीमी बनावट और स्वाद को बरकरार रखता है।

अब बात करते हैं कुछ आसान रेसिपी की जो स्थानीय मक्खन से बनती हैं। एक कप दही में दो चम्मच स्थानीय मक्खन मिलाएँ, थोड़ा नमक और काली मिर्च डालें – यह दही साइड डिश तुरंत बन जाती है। या फिर पराठे के आटे में थोड़ा मक्खन मिलाकर गूँदें, फिर तेज आँच पर सेकें; आपको मुलायम और खस्ता पराठे मिलेंगे। बच्चों को पनीर पास्ता बनाते समय मक्खन की एक चम्मच डालने से सॉस में क्रीमी टेक्सचर आता है और उनका टेस्ट भी बढ़ जाता है।

अगर आप फिटनेस या वजन घटाने पर हैं, तो स्थानीय मक्खन को सीमित मात्रा में अपने खाना में शामिल करें। एक छोटी चम्मच सुबह के नाश्ते में या दोपहर की चाय के साथ खा लीं, फिर बाकी दिन में कम तेल वाले भोजन बनाएं। इस तरह आप पोषक तत्वों का फायदा उठाते हुए कैलोरी पर भी कंट्रोल रख पाएंगे। सारांश में, स्थानीय मक्खन स्वाद और पोषण दोनों में बेहतरीन विकल्प है। सही चुनें, सही तरीके से रखें और अपनी रसोई में इसे नई रेसिपी के साथ ट्राय करें – आप निराश नहीं होंगे।

अब आप जानते हैं क्यों स्थानीय मक्खन आपके स्वस्थ जीवन में एक महत्वपूर्ण कदम है। अगली बार जब भी मार्केट जाएँ, तो इस जानकारी को ध्यान में रखकर खरीदारी करें। आपका शरीर और आपका स्वाद दोनों आपका धन्यवाद करेंगे।

क्या कुछ ऐसे खाने हैं जो केवल भारतीयों ही खाते हैं?

के द्वारा प्रकाशित किया गया नितिन व्यास साथ 0 टिप्पणियाँ)

31

जन॰

क्या कुछ ऐसे खाने हैं जो केवल भारतीयों ही खाते हैं?

भारत का खान-पान अत्यधिक विविधता के साथ प्रत्येक राज्य में अलग-अलग है। कुछ ऐसे खाने हैं जो केवल भारतीयों ही खाते हैं। यह मिठाईयां, चटनीयां, और पूरे भारत में प्रचलित विविध व्यंजनों में से हैं। हर राज्य में अलग-अलग तरह के खाने हैं जो यहाँ के स्थानीय मक्खन और मिठाईयां से बनाए जाते हैं।

और देखें