आज का पंचांग – तिथि, नक्षत्र, योग, करण और ग्रह गति

नमस्ते! अगर आप सही समय पर काम करना चाहते हैं या शादियों, घर बीडिंग जैसी महत्त्वपूर्ण रस्में तय कर रहे हैं, तो पंचांग आपका पहला दोस्त बन जाता है। यहाँ हम आज का पंचांग आसान शब्दों में समझा रहे हैं, ताकि आप बिना किसी झंझट के अपनी योजना बना सकें।

पंचांग कैसे पढ़ें?

पंचांग पाँच मुख्य हिस्सों में बंटा होता है – तिथि (दिन), नक्षत्र (चंद्रमा की स्थिति), योग, करण और ग्रह गति। तिथि वह दिन है जब सूरज और चंद्रमा का अंतर होता है; यह हमें बताता है कि आज कौन सा दिन है। नक्षत्र चंद्रमा के बालियों में से एक पर रहता है, कुल 27 नक्षत्र होते हैं, और इसका असर हमारे मूड और कामों पर पड़ता है। योग दो भागों का जोड़ है – सूर्य की सच्ची स्थिति और चंद्रमा की सच्ची स्थिति, जो मिलकर एक विशेष योग बनाते हैं। करण 11 प्रकार का होता है और यह हमारी ऊर्जा के स्तर को दर्शाता है। अंत में, ग्रह गति बताती है कि कौन सा ग्रह किस दिशा में चल रहा है और उसका असर क्या होगा।

इन चारों को एक साथ देख कर आप तय कर सकते हैं कि कौन सा काम आज करना सबसे बेहतर रहेगा। उदाहरण के तौर पर, अगर तिथि शुक्ल प्रतिपदा है, नक्षत्र रोहिणी, योग शशि और करण भाद्र, तो यह समय नई शुरुआत, व्यापार और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त माना जाता है।

आज के प्रमुख योग और करण

आज का योग “ध्रुव” है, जो शक्ति और स्थिरता को दर्शाता है। यह योग नए प्रोजेक्ट या बड़ी निवेश के लिए बहुत अनुकूल माना जाता है। करण “भाद्र” है, जिसका मतलब है कि ऊर्जा तेज़ और स्पष्ट है; इस दिन तेज निर्णय लेना सुरक्षित रहता है।

ग्रह गति की बात करें तो आज बृहस्पति मकर में है, जो मेहनत और धैर्य को बढ़ाता है। शनि कर्क में है, जिससे घर और परिवार से जुड़ी चीज़ों में सावधानी रखनी चाहिए। मंगल कुम्भ में है, जो नई सोच और सामाजिक बदलावों को प्रेरित करता है।

इन जानकारियों को ध्यान में रखकर आप अपनी दैनिक रूटीन को बेहतर बना सकते हैं। जैसे कि अगर आप व्यापार में हैं, तो आज के वर्षों में नई योजना या निवेश करना फायदेमंद रहेगा। अगर घर की बात है, तो सावधानी से निर्णय लें और परिवार के साथ समय बिताएँ।

अंत में एक छोटी सी सलाह – पंचांग को सिर्फ टैबल नहीं, बल्कि जीवन के एक मार्गदर्शक के रूप में देखें। इसे रोज़ पढ़ें, नोट करें और देखिए कैसे आपके छोटे‑छोटे फैसले बड़ी सुधार लाते हैं। अगर आप और गहराई में जाना चाहते हैं तो पिछले हफ्ते के पंचांग की तुलना भी कर सकते हैं, इससे पैटर्न समझने में मदद मिलती है।

तो, आज का पंचांग आपके लिए तैयार है। तिथि, नक्षत्र, योग, करण और ग्रह गति को समझ कर आप अपने दिन को सही दिशा दे सकते हैं। बस इसे एक आदत बना लें और देखिए कैसे हर कदम आसान हो जाता है।

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पंचांग 2 जुलाई 2025: गुप्त नवरात्रि सप्तमी, 5 शुभ योग एवं महत्वपूर्ण मुहूर्त

2 जुलाई 2025 को बुधवार को अशाद शुक्ल पक्ष की सप्तमी और गुप्त नवरात्रि की छठी तिथि आती है। उत्तरफाल्गुनी नक्षत्र, वैरियाणि योग और कन्या राशि में चंद्रमा इस दिन की प्रमुख विशेषताएँ हैं। सूर्योदय 5:27 एएम, सूर्यास्त 7:23 पीएम और गोधीली मुहूर्त 7:22‑7:42 पीएम उपलब्ध हैं। इस शुभ दिन में नये व्यवसाय, वाहन‑घर‑आभूषण का खरीदना, और धार्मिक अनुष्ठान करना लाभदायक माना जाता है।

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