आज का पंचांग सारांश
आज (2 जुलाई 2025) का दिन हिन्दू पंचांग में विशेष महत्व रखता है। यह अशादा शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है, जिसका शासक देवता सूर्य है। इस तिथि का प्रारम्भ 1 जुलाई को सुबह 10:20 एएम से हुआ और 2 जुलाई को 11:58 एएम तक चला, जिसके बाद अष्टमी आरम्भ होगी।
आज का नक्षत्र उत्तरफाल्गुनी है, जो 11:07 एएम तक रहेगा, उसके बाद हस्त नक्षत्र प्रकट होगा। योग वैरियाणि है, जो शाम 5:47 पीएम तक चलता रहेगा, फिर परिघा योग का प्रादुर्भाव होगा। करन वाणिज्य (वाणिज्य) है, जो व्यापार‑सम्बन्धी कार्यों में लाभ दर्शाता है।
सूर्य का उदय 5:27 एएम और सूर्यास्त 7:23 पीएम है। चंद्रमा का उदय दोपहर 12:01 पीएम तथा स्नान 12:07 एएम (अगले दिन) निर्धारित है। चंद्रमा कन्या राशि में स्थित रहेगा, जो स्वास्थ्य‑संबंधी पहलुओं में स्थिरता प्रदान करता है।
शुभ कार्यों के लिए समय‑सारिणी
आज कई पहलुओं से शुभ माना गया है। विशेष रूप से नए काम की शुरुआत, वाहन या घर की खरीदारी, वस्त्र अथवा आभूषण का भविष्य में निवेश करना फायदेमंद रहेगा। धार्मिक अनुष्ठानों, शादियों और महत्वपूर्ण समारोहों का आयोजन भी इस दिन अनुकूल होगा।
- सुबह 6:00‑8:00 एएम: घर स्थापना, नई नौकरी की शुरुआत
- दोपहर 11:30‑12:30 एएम: रिहू (राहु काल) समाप्त, शुभ कार्य ठीक समय पर
- शाम 5:00‑5:45 पीएम: वैरियाणि योग अंत, आध्यात्मिक पूजा के लिए उत्तम
- रात 7:22‑7:42 पीएम: गोधीली मुहूर्त, अनुष्ठान और हवन के लिए सर्वश्रेष्ठ
ध्यान रखें कि बुधवार का राहु काल आज 12:25 पीएम से शुरू होता है, इसलिए इस अवधि में कोई नया काम न करें। वार्षिक ऋतु वृष ऋतु में प्रवेश कर चुका है, और सूर्य दक्षिणायन में है, जिससे जलवायु में बरसात का प्रभाव बना रहता है। इस दिन को जीववात (विवासवत्) सप्तमी भी कहा जाता है, जो सूर्य के सम्मान में विशेष पूजा‑पाठ की अनुमति देता है।
सामान्य तौर पर, पाँच शुभ योग—वैरियाणि, परिघा, शृंगार, अभिजीत, तथा इंद्र—आज के विभिन्न समय‑खंडों में प्रकट होते हैं, जिससे यह दिन नये आरम्भ, आर्थिक लेन‑देन और आध्यात्मिक साधना के लिए अत्यधिक शुभ है।