ix. लव जिहादी से पूछिए जैसे आप उसके साथ दरगाह जाती हैं, वैसे ही क्या वह भी आपके साथ सोमवार को शिव मंदिर चलेगा? यदि वह सीधी हामी भरने की बजाए इधर-उधर की हांके तो वहां से भाग जाइए. जान लीजिए की आपने स्वयं को एक बड़े खतरे से बचा लिया है.9. लव जिहाद के लिए जिम्मेदार कौन?
देखा जाए तो हिन्दू ही इसके लिए जिम्मेदार हैं. वे अपने बच्चों को इतिहास, संस्कृति, हिन्दू धर्म, दर्शन इत्यादि से परिचित नहीं करवाते. अधिकतर वह सभी हिन्दू जिनकी बेटियां जिहादियों का शिकार बनती हैं, धार्मिक संस्कारों को बिना किसी आस्था के आंखें मूंदकर सिर्फ इसलिए निबाहते हैं कि कहीं उन्हें ईश्वर का कोपभाजन न बनना पड़े. ऐसे लोगों को और उनके बच्चों को मार्ग से भटकाना बहुत आसान होता है. वे हिन्दू जिनकी तरूणावस्था 70 और 80 के दशक की रही है – उन्होंने जितेंद्र और मिथुन छाप फिल्मों से अपना दिमाग भर रखा है
जिसमें हाजी मस्तानों, “बच्चे की मां”, कैबरे और भी सारी दुनिया भर की गंदगी भरी हुई है.आज की पीढ़ी आजादी के लिए मरमिटनेवालों से अनजान है और बेअक्ल उदारवादियों (जिनका मकसद जिहादियों को बिना छेड़े पैसे बनाना है) द्वारा सामाजिक और मुख्यधारा की मीड़िया में परोसी गई बकवास के प्रति आसक्त हैं. उनके माता-पिता अपने बच्चों से उनके बुजुर्गों के जीवन
मूल्यों को आत्मसात करवाने में स्वयं को अक्षम पाते हैं.