युवाओं के लिए करियर, शिक्षा और जीवन टिप्स

अगर आप अभी कॉलेज में हैं या स्नातक के बाद की दिशा खोज रहे हैं, तो सही जानकारी होना बहुत ज़रूरी है। बड़े‑बड़े अवसर हर रोज़ सामने आते हैं, लेकिन कौन सा आपके लिए सही है, ये जानना मुश्किल हो सकता है। इस लेख में हम कुछ आसान‑सी सलाह देंगे जो तुरंत काम आएँगी – चाहे आप IB जैसी सरकारी नौकरी चाहते हों या अपनी सेहत सुधारना चाहते हों।

भर्ती और नौकरी के अवसर

हाल ही में इंटेलिजेंस ब्यूरो ने 2025 के लिए 9,000 से ज्यादा पदों की भर्ती निकाली है – JIO‑Tech, ACIO और Security Assistant के बहुत सारे वैकैंस हैं। अगर आप तकनीकी बैकग्राउंड या पुलिस सेवा में दिलचस्पी रखते हैं, तो रोजगार पोर्टल पर रजिस्टर करके पहले से ही अपना प्रोफ़ाइल बना लें। आवेदन की आखिरी तिथि पास होने से पहले ही तैयार हो जाएँ, क्योंकि जल्दी करने वाले को ही शॉर्टलिस्ट किया जाता है।

सरकारी या निजी सेक्टर की नौकरी चाहे, रिज्यूमे तैयार करते समय अपने कौशल को साफ‑साफ लिखें। "अच्छी टीमवर्क, समस्या‑समाधान" जैसे सामान्य शब्दों के बजाय, प्रोजेक्ट में कितनी प्रतिशत सुधार लाया, या कौन‑से टूल इस्तेमाल किए, यह बताना असरदार रहता है। छोटे‑छोटे इंटर्नशिप या फ्रीलांस प्रोजेक्ट भी आपके पोर्टफ़ोलियो को मजबूत बनाते हैं।

स्वस्थ जीवन और शिक्षा

जॉब सर्च के साथ साथ अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना भी अहम है। सुबह का नाश्ता अगर पौष्टिक नहीं होगा तो दिन भर की ऊर्जा में कमी आ सकती है। घर पर आसानी से बना सकते हैं ओट्स के साथ दही, फल, और एक मुट्ठी नट्स – ये आपको लंबा समय तक तैलीय महसूस कराएंगे। जल्दी‑जल्दी कॉफ़ी या फास्ट‑फ़ूड छोड़कर फाइबर‑रिच विकल्प अपनाएँ, इससे दिमाग तेज़ रहता है और पढ़ाई में फोकस बढ़ता है।

साथ ही, भरोसेमंद समाचार स्रोतों से अपडेटेड रहना जरूरी है। यूट्यूब पर BBC Hindi, NDTV India, आज़ तक जैसे चैनल आपके जानकारी को तेज़ और सटीक बनाते हैं। इससे न केवल वर्तमान घटनाओं की जानकारी मिलती है, बल्कि परीक्षा तैयारी या इंटरव्यू में भी मदद मिलती है। याद रखें, हर खबर को एक ही दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए – कई स्रोतों से तुलना करके ही सही निष्कर्ष निकालें।

अगर आप पढ़ाई में गिरावट महसूस कर रहे हैं, तो छोटे‑छोटे ब्रेक लेकर माइंडफुलनेस या स्ट्रेचिंग करें। 10‑15 मिनट की आउटडोर वॉक या सरल योगासन तनाव को कम करते हैं और दिमाग को रिफ्रेश करते हैं। इससे आप पढ़ाई या काम में फिर से ऊर्जा के साथ लग सकते हैं।

अंत में, लक्ष्य तय करना सबसे पहला कदम है। अपने पाँच‑से‑सात साल के बड़े लक्ष्य को छोटे‑छोटे चरणों में बाँटें, जैसे "प्रोजेक्ट पूरा करना", "नयी स्किल सीखना" या "एक कसरत रूटीन बनाना"। हर छोटे लक्ष्य को पूरा करने पर खुद को बधाई दें; यह मोटिवेशन बनाए रखने में मदद करता है।

तो अब जब आपके पास भर्ती जानकारी, हेल्दी नाश्ते के आइडिया, और भरोसेमंद समाचार चैनल की लिस्ट है, तो एक प्लान बनाकर आगे बढ़ें। याद रखें, सफलता एक रात में नहीं आती, लेकिन सही दिशा और निरंतर प्रयास से आप अपने सपनों के करीब पहुँचना सुनिश्चित कर सकते हैं।

उर्वशी रौतेला रिशभ पंत के पीछे क्यों पागल हो रही है?

के द्वारा प्रकाशित किया गया नितिन व्यास साथ 0 टिप्पणियाँ)

27

जन॰

उर्वशी रौतेला रिशभ पंत के पीछे क्यों पागल हो रही है?

उर्वशी रौतेला रिशभ पंत राजनीति में होने वाले बदलावों को नहीं स्वीकार कर रही है और इस वजह से उसके पीछे पागल हो रहे हैं। राजनीति में उर्वशी की युवाओं को साझा करने के लिए प्रदेश में अलग अलग अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों को कामयाब बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

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