उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री को लेकर जैसे ही इंतजार खत्म हुआ और नाम की घोषणा हुई तो योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनाने जाने के साथ दो उपमुख्यमंत्री बनाने की खबर से हर कोई हैरान रह गया.
आखिर ऐसी क्या वजह थी कि जो भाजपा को एक नहीं बल्कि यूपी के दो उपमुख्यमंत्री बनाने पड़े.दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य को डिप्टी सीएम बनाने को लेकर भाजपा जो तर्क दे रही है कि बड़ा प्रदेश होने के कारण काम के बोझ को देखते हुए स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी मांग की थी, क्या वाकई में सच है
दरअसल, भाजपा जो तर्क दे रही है उसमें कई झोल है.आपको बता दें कि यूपी के दो उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य दोनों का ही नाम सीएम के लिए भी दौड़ में था लेकिन यदि भाजपा दिनेश शर्मा को मुख्यमंत्री बनाती तो उसको भाजपा और संघ का ब्राह्मणवाद कहकर विपक्ष उस पर दलित और अन्य जाति विरोधी होने का आरोप लगाती.