भारत के वर्तमान उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल इसी साल अगस्त में खत्म हो रहा है। हामिद अंसारी को साल 2007 में यूपीए के समय में उपराष्ट्रपति बनाया गया था। इसके बाद उन्हें 2012 में फिर से दुबारा उपराष्ट्रपति के लिए चुना गया।
खबर है कि एनडीए हामिद अंसारी को तीसरी बार उपराष्ट्रपति नहीं बनायेगा। ऐसे में हामिद के बाद नए उपराष्ट्रपति पद के चेहरे के लिए बीजेपी के शीर्ष नेताओं के बीच मंथन जारी है।
बताया जा रहा है कि कई नामों पर चर्चा के बाद बिहार से बीजेपी के लोकसभा सांसद हुकुमदेव नारायण यादव भारत के अगले उपराष्ट्रपति हो सकते है। खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के शीर्ष नेताओं में उनके नाम पर सहमति बन गई है।
आपको बता दें, हुकुमदेव नारायण यादव बिहार के मधुबनी जिले से सांसद है और वह लगातार पांचवी बार लोकसभा पहुंचे है। हुकुमदेव नारायण यादव ओबीसी समुदाय से आते है और उन्हें उपराष्ट्रपति बनाकर बीजेपी ओबीसी मतदाताओं को एक संदेश देने की कोशिश करेगी। उनका नाम एनडीए कैंडिडेट के तौर पर लगभग फाइनल हो गया है।
यूपी में बीजेपी को मिले ओबीसी समुदाय के भारी समर्थन से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। बिहार की राजनीति में हुकुमदेव ने ग्राम प्रधान के चुनाव से अपनी राजनीति की शुरुआत कर एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। अपने राजनीतिक करियर में वे काफी लंबे समय तक समाजवादी रहे है।
उन्होंने अपना राजनीतिक करियर की शुरुआत समाजवादी संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी से की और फिर भारतीय लोक दल में चले गए। इसके बाद वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। 1960 में वह पहली बार ग्राम प्रधान चुने गए और 1967 में पहली बार विधायक बनें। 1979 में वे भारतीय लोक दल से लोकसभा के लिए चुने गए और 1980 में राज्यसभा के लिए चुने गए।
1988 में हुकुमदेव जनता पार्टी के बिहार प्रदेश के अध्यक्ष चुने गए। 1989 में वो जनता दल से दरभंगा से लोकसभा चुनाव जीते। 1990 में चंद्रशेखर सरकार में कपड़ा एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री बने। 1999 बीजेपी के टिकट पर फिर से लोकसभा में पहुचे और बाजपेयी सरकार में राज्य मंत्री बनाये गए।
राम मनोहर लोहिया और कर्पूरी ठाकुर के आदर्शों पर चलने वाले हुकुम नारायण यादव के लोक सभा में दिए गए भाषणों की तारीफ पीएम मोदी भी करते हैं। जिस तरह से वह बिहारी अंदाज में राहुल गांधी पर हमले करते हैं, प्रधानमंत्री को वह काफी पसंद हैं।