ईश्वर किसी इंसान को अगला जन्म भारत में कीड़े के रूप में दे दे पर सऊदी अरब में महिला के रूप में जन्म न दे, क्योंकि धरती पर महिलाओ का नरक है सऊदी अरब जहाँ बलात्कार क़ानूनी तौर पर जायज है, कैसे वो भी हम नीचे आपको बता देते है
अक्सर आपने सुना होगा की सऊदी अरब में महिलाओ की स्तिथि ठीक नहीं है, महिलाएं घर से अकेले बाहर नहीं जा सकती, बुरखे के अलावा कुछ नहीं पहन सकती, महिला को संपत्ति में कोई अधिकार नहीं । महिला को तलाक देने का अधिकार नहीं, महिला को पति क़ानूनी तौर पर पीट सकता है,
पत्नी को पीटना सऊदी अरब में क़ानूनी अपराध नहीं महिला गाडी नहीं चला सकती, सऊदी अरब में महिलाओं को गाडी चलाने की इज़ाज़त नहीं चूँकि
शरिया अनुसार उनके पैरों में शैतान है सऊदी अरब में 1 पुरुष की गवाही 2 महिला की गवाही के बराबर है ।
अगर किसी महिला का कोई पुरुष बलात्कार करे, तो महिला को 4 गवाह लाने होते है और वो चारों पुरुष ही होने चाहिए, या फिर 8 महिला गवाह लाने होते है, अगर सऊदी अरब में महिला का बलात्कार हो, और कोई आसपास देखने वाला न हो, 4 पुरुष गवाह या 8 महिला गवाह न हो, तो वो बलात्कार माना ही नहीं जाता, एक तरह से बलात्कार सऊदी अरब में अपराध ही नहीं है।
2 पुरुष मान लीजिये एकांत में महिला का बलात्कार कर दे तो वो साबित ही नहीं कर सकेगी की बलात्कार हुआ
चूँकि उसके पास कोई गवाह ही नहीं आपको हम सऊदी अरब में महिलाओ पर 3 मिनट का 1 विडियो दिखा रहे है,
ये सारी महिलाएं सऊदी अरब की ही है, मीडिया आपको ये विडियो नहीं दिखाएगी अन्यथा सेकुलरिज्म जो खतरे में पड़ जायेगा मीडिया तो शैतानियत को बर्दास्त कर स्वयं को सभ्य समझती है ।