मोदी सरकार ने कश्मीर में स्थायी शांति का ब्लूप्रिंट मोटे तौर पर तैयार कर लिया है। सुरक्षा एजेंसियों को इसके तहत बर्फबारी के पहले घाटी में मौजूद आतंकियों का पूरी तरह सफाया करने का निर्देश दे दिया है। इसके साथ ही पाक से आने वाले आतंकी फंडिंग के सारे रास्ते बंद किया जाना है और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। दो साल पहले आतंकी बुरहान वानी के साथ फोटो खिंचाने वाले आठ आतंकियों को पहले ही मार गिराया जा चुका है।सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एक अति वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि घाटी में आतंकी घुसपैठ की सबसे अधिक घटनाएं गर्मी के मौसम में होती है, जब सीमावर्ती इलाकों में बर्फ पिघल जाती है। बाद में यही आतंकी घाटी में पूरे साल हमले करते रहते हैं। लेकिन इस बार सुरक्षा एजेंसियों ने गर्मी के दौरान आतंकी घुसपैठ को रोकने का पुख्ता इंतजाम कर लिया है। पिछले एक हफ्ते में सीमा पार से घुसपैठ करते हुए मारे गए आतंकियों की संख्या इसका सबूत है। ये घुसपैठी ही ऐसे काम करते है|
घुसपैठ रोकने के साथ ही सुरक्षा एजेंसियों ने इस गर्मी के दौरान ही घाटी में मौजूद सभी आतंकियों के सफाये की तैयारी शुरू कर दी है। इसी का नतीजा यह है कि 2015 में बुरहान वानी के साथ फोटो खिंचवाने वाले 11 में सात आतंकियों को मार गिराया गया है और एक को गिरफ्तार किया जा चुका है। केवल तीन आतंकी ही ऐसे है, जो अब भी फरार चल रहे हैं। घाटी में सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव का ही नतीजा है कि एक हफ्ते पहले भारत के खिलाफ नारे लगाने वाला आतंकी अहमद ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। इसके साथ ही बुरहान वानी और सब्जार भट के दफन करने के दौरान उमड़ी भीड़ भी घाटी में तेजी से बदलती फिजा को बयान करती है। मोदी सरकार कई कदम उठा रही है इनका सफाया करने के लिए.