बस मालिक पप्पू सिंह के अनुसार घटना का कारण शॉर्ट सर्किट था। दूसरी ओर जिला प्रशासन ने कहा है कि बस में रखी कारबाइड में आग लग गई। बस की छत पर गैस सिलेंडर भी रखे हुए थे, लेकिन उनमें विस्फोट नहीं हुआ।स्थानीय लोगों के अनुसार, सबसे पहले बस के बोनट में आग लगी। उसके बाद अचानक यह आग पूरे बस में फैल गई। जब तक लोगों को संभलने का मौका मिलता, आग पूरी तरह बस में फैल गई थी। कहा जा रहा है कि 30 सेकेंड से 1 मिनट के अंदर बस पूरी तरह आग का गोला बन गई।
स्थानीय लोगों ने ईंट और अन्य चीजों से बस के खिड़की तोड़ने की कोशिश की, लेकिन तब तक आग की लपटे इतनी तेज हो गई थी कि उसके नजदीक जाने की हिम्मत किसी को नहीं हुई। आग लगने से करीब घंटे बाद दमकल की गाड़ी पहुंची और तब तक बस धू-धू कर जलती रही। स्थानीय लोगों ने अपने स्तर से आगे पर काबू पाने की कोशिश की। घटना को लेकर इलाके में जबरदस्त तनाव है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।