बची एक अन्य सीट के लिए पीडीपी अपने 30 व भाजपा 28 वोट मान रही थी। मतदान के दौरान पीडीपी के कोटे से मंत्री न बनने के बाद नाराज सैयद मुहम्मद बकीर रिजवी ने अपना वोट पीडीपी को देने के बजाए भाजपा को देकर मुकाबला 29-29 से बराबर कर दिया। इसके बाद रिटर्निग अधिकारी मुहम्मद रमजान ने लाटरी से जीत का फैसला करने का निर्णय लिया।
इसमें किस्मत ने भाजपा का साथ दिया और पर्ची में विक्रम रंधावा का नाम आया और वह चुनाव जीत गए। लगातार दो साल तक विधान परिषद व राज्यसभा के चुनाव में पीडीपी को वोट देने वाले रिजवी चंद दिन पहले ही पीडीपी से नाराजगी का इजहार करते हुए गठबंधन से अलग हो गए थे।भाजपा : पुंछ से प्रदीप शर्मा, जम्मू से विक्रम रंधावा, कश्मीर से जीएल रैना
कांग्रेस : जम्मू से बलवीर सिंह
पीडीपी : कश्मीर से यासिर रेशी
नेकां : कश्मीर से आगा सईद महमूद
(विधान परिषद की छह सीटें 19 अप्रैल को खाली हो रही हैं। इसके बाद नवनिर्वाचित एलएलसी शपथ लेंगे।)