हिचकिचा रहे थे अटल :-उन्होंने बताया कि मुझे याद है कि एक बार मैंने पदाधिकारियों से कहा कि मैं भाषणों में अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करती हूं. लेकिन उनसे कभी मिली नहीं, मिलवाइए, तब वो मुझो उनसे मिलाने ले गए. लेकिन मैंने महसूस किया कि अटल बिहारी वाजपेयी बात करने में कुछ हिचकिचा रहे हैं. इस पर मैंने वहां मौजूद एक महिला से पूछा कि क्या बात है. अटल जी, ठीक से बात क्यों नहीं कर रहे. उन्होंने बताया कि असल में ये आपके बहुत बड़े प्रशंसक रहे हैं. इन्होंने 1972 में आई आपकी फिल्म ‘सीता और गीता’ 25 बार देखी थी. इसलिये वह अचानक आपको सामने पाकर हिचकिचा रहे हैंl
बिहार में ना जीतने का अफसोस
उन्होंने बताया कि इसके बाद तो मैं गुजरात में मोदी के लिए तो छत्तीसगढ़ में डॉ. रमन सिंह के लिए, जहां भी पार्टी ने बुलाया प्रचार के लिए जाती रही. परिणाम भी अच्छे ही रहे. संयोग ही था कि सभी जगह भाजपा जीतती गई. लेकिन अफसोस है बिहार में ऐसा न हो सका. उन्होंने कहा, कोई बात नहीं अब यूपी में जीते हैं, अन्य जगह भी भाजपा की सरकार बन रही है. कार्यकर्ताओं ने बहुत अच्छा काम किया है, उन्हें बधाई.