आखिर क्यों इंजीनियरिंग के बाद 60 फीसदी छात्रों को नहीं मिलती है नौकरी ! देशभर के कॉलेजों में इंजीनियरिंग प्रोग्राम करनेवाले छात्रों की कोई कमी नहीं है.

तो इस कारण रह जाते हैं अच्छे खासे पढ़े लिखे लोग बेरोजगार

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मानव संसाधन विकास मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक नेशनल टेस्टिंग सर्विस यानी एनटीएस इंजीनियरिंग प्रोग्राम में एडमिशन के लिए पहला टेस्ट NEETI यानी नीति का आयोजन करेगा जो पूरी तरह से कंप्यूटर पर आधारित होगाl उस वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक एनटीएस मेडिकल कोर्सों के लिए नीट और इंजिनियरिंग के लिए नीति का आयोजन करने के लिए जनवरी 2018 तक इंतजार करना होगा और इन परीक्षाओं का एक साल में कई बार आयोजन किया जाएगाl

आपको बता दें कि साल 2022 से पहले तक तकनीकी संस्थानों में 50 फीसदी प्रोग्राम को एनबीए के माध्यम से मान्यता देने की योजना है और सालाना प्रगति विश्वसनीय न होने पर उस संस्थान को मंजूरी नहीं दी जाएगीl बहरहाल हम भी यही उम्मीद करते हैं ये योजना जल्द से जल्द लागू हो सके ताकि देश के बेहतर संस्थानों से काबिल इंजीनियर तैयार हो सकें और उन्हें बेरोजगारी का मुंह ना देखना पड़ेl

स्लाइडर के जरिये पढ़ें पूरी पोस्ट..

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