दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अरुण जेटली पर बतौर दिल्ली और जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के अध्यक्ष रहते घोटाले के आरोप लगाए थे। अदालतों में ऐसे तो मानहानि के अनगिनत मामले चलते हैं और दोनों पक्षों के वकीलों के बीच जिरह व बहस भी होती रहती है, लेकिन सोमवार को हाई कोर्ट में मानहानि के एक ऐसे ही मामले में हुई जिरह इसलिए रोचक बन गई क्योंकि इसमें आमने-सामने देश के दो दिग्गज वकील अरुण जेटली और वयोवृद्ध राम जेठमलानी थे। अरुण जेटली व राम जेठमलानी के बीच रोचक जिरह हुई।
तीन घंटे की लंबी जिरह में जेठमलानी के कुछ चुटीले सवालों का जेटली ने जिस अंदाज में जवाब दिया उससे अदालत में अलग ही माहौल बन गया। संयुक्त रजिस्ट्रार अमित कुमार के समक्ष जेठमलानी ने जेटली से 52 सवाल पूछे। इस दौरान कई बार दोनों पक्षों के वकीलों में नोकझोंक हुई तो रजिस्ट्रार को उन्हें शांत कराना पड़ा। जेठमलानी के सवाल और जेटली के जवाब के कुछ रोचक अंश इस प्रकार हैं…।
जेठमलानी – आपने कैसे तय किया कि आपकी जो मानहानि हुई है, उसकी आर्थिक रूप से भरपाई की जा सकती है और ये मानहानि 10 करोड़ की है?
जेटली- मेरी मानहानि की क्षतिपूर्ति पैसे के आधार पर मुश्किल है। बहरहाल परिवार, दोस्तों या समाज के बीच जो मेरा महत्व या साख है, उस आधार पर 10 करोड़ का दावा किया है।