अपने सनसनीखेज खुलासों की वजह से विकीलीक्स को दुनिया भर में तहलका मचने वाली सबसे चर्चित वेबसाइट माना जाता है, और अपने एक नए खुलासे की वजह से एक बार फिर ये चर्चा में है| अब इस वेबसाइट की नजर फ्रांस के प्रेसिडेंशियल इलेक्शन पर है। विकीलीक्स ने दावा किया है कि उसके आर्काइव में तीन कैंडिडेट्स से जुड़े बहुत ही संवेदनशील डॉक्युमेंट्स हैं।
विकीलीक्स भारत को लेकर भी ऐसे कई खुलासे कर चुका है जिससे कई सफेदपोश संदेह के घेरे में आ गए थे| अपने एक खुलासे में विकीलीक्स ने मायावती और राजीव गांधी पर कई संगीन आरोप लगाए| आइए आपको बताते हैं कि क्या है विकीलीक्स और इसने कैसे खोली कई सफेदपोशों की पोल| ये वेबसाइट 2006 में शुरू हुई थी और अब तक इसका सबसे ज्यादा शिकार अमेरिका बना है। इस वेबसाइट ने अमेरिकी डिप्लोमेटिक ऑफिसों से भेजे गए अनेक केबल सार्वजनिक किए थे। इस वेबसाइट ने अमेरिका-इराक युद्ध से जुड़े लाखों डॉक्युमेंट्स को पब्लिक कर अमेरिका को मुश्किल में डाल दिया था।
मायावती के इस राज का किया खुलासा
सन 2011 में विकीलीक्स ने मायावती को तानाशाह, भ्रष्ट और शाहखर्च बताया था। अपने एक खुलासे में विकीलीक्स ने कहा कि- ‘उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम ने अपनी पसंद की सैंडल मंगवाने के लिए अपने निजी प्लेन को मुंबई भेजा था।’ मायावती के बारे में अपने इसी खुलासे में इस वेबसाइट ने आगे लिखा कि- ‘उनमें असुरक्षा की भावना इतनी है उनके खाने करने से पहले उसे एक कर्मचारी चखता है। उनकी रसोई में खाना बनाने वाले नौ रसोइयों की निगरानी होती है।’ मायावती के बारे में वेबसाइट ने लिखा था कि- ‘घर से ऑफिस निकलने से पहले वे सड़क को धुलवाती हैं।’ ‘सतीश मिश्रा ने यूएस एम्बेसी के अफसरों से कहा था कि निजी तौर पर मायावती का झुकाव भ्रष्टाचार की ओर है। साथ ही, वह तानाशाह जैसा व्यवहार करती है| बता दें कि, विकीलीक्स दुनियाभर में अपने सीक्रेट डॉक्युमेंट्स को ऑनलाइन पब्लिश करने के लिए चर्चित है।
हाल ही में भ्रटाचार में काफी आरोपों का सामना करना पड़ा है , कभी पार्क बनाए का कभी करोडो रुपयों के गबन का और कभी जनता के पैसे के दुरूपयोग करने का .