बड़े पैमाने पर होती बांग्लादेशी मुसलमानों द्वारा घुसपैठ बनती जा रही है बंगाल में रह रहे हिन्दुओं के लिए खतरा बंगाल में ‘बांग्लादेशी घुसपैठ’ का मुद्दा दिन प्रतिदिन तूल पकड़ रहा हैl बंगाल में बांग्लादेशी मुसलमानों की घुसपैठ है इससे इन्कार नहीं किया जा सकता,
बंग्लादेशी वोटर भी हैं इससे भी इन्कार नहीं किया जा सकताl ये देखा गया है कि रोजी रोटी के सिलसिले में बांग्लादेशी मजदूर सीमा पार कर भारत में आ जाते हैंl इन बांग्लादेशी मुसलमानों को असम चुनाव का मुद्दा बनाकर राजनीतिक पार्टियाँ जमकर लोगों से वायदे भी करती हैंl
लेकिन ये देखा गया है कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार में हिन्दुओं पर हमले बहुत ज्यादा बढ़ चुके हैं, हर एक हिंदू असुरक्षित हो गया हैl तृणमूल पार्टी वोट बैंक के चलते बांग्लादेशी घुसपैठ को रोकने व कोई भी जरुरी कदम उठाने में पूरी तरह असफल रही हैl
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल हिंदुओं के लिए पाकिस्तान बनता जा रहा हैl ममता बनर्जी की सरकार में हिंदुओं के साथ अत्याचार इतना बढ़ गया है कि वे अब पलायन करने के लिए मजबूर हो गए हैl हिंदुओं के घरों और दुकानों में से सामान को बाहर फेंककर आग लगाई जा रही हैl ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आया हैl जो बांग्लादेशी मुसलमानों द्वारा की गई हिन्दुओं के साथ हिंसा को पूरी तरह दर्शा रहा हैl
हिंसा की एक बड़ी वजह मुस्लिमों की बढ़ती आबादी भी हैl स्थानीय लोगों का कहना है कि यहाँ पड़ोसी देश बांग्लादेश से बड़ी संख्या में मुसलमान आकर बस गए हैं हालत इस तरह के हो गये हैं कि यहाँ की हिन्दू आबादी अब माइनोरिटी में आ गयी हैl
ये घुसपैठ नहीं रोकी गई तो 2047 तक बंगाल और असम जैसे राज्यों की मूल आबादी हो जाएगी अल्पसंख्यक
बंगाल में बांग्लादेशियों की अवैध घुसपैठ का मुद्दा इतना गंभीर है कि पिछले साल सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बनाए गए उपामन्यु हजारिका आयोग ने अवैध रूप से राज्य में रह रहे लोगों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी को लेकर केंद्र और राज्य सरकार दोनों की आलोचना की थीl अवैध घुसपैठ को लेकर कई बार कोर्ट ने ये भी यह कहा है कि
अगर इस तरह की घुसपैठ को नहीं रोका गया तो 2047 तक असम और बंगाल जैसे राज्यों की मूल आबादी अल्पसंख्यक हो जाएगीl 1971 के बाद बांग्लादेश से अवैध तरीके से आए लोगों की संख्या के बारे में ठीक-ठाक अनुमान नहीं लगाया जा सकता लेकिन एक अनुमान के मुताबिक इनकी संख्या 15 से 20 लाख के बीच है और राज्य की 126 में से 30 से ज्यादा सीटों पर इनका बड़ा दखल हैl
अपने वायदों को पूरा करने में असफल रही पश्चिम बंगाल में तृणमूल ममता बनर्जी की सरकार में हिन्दूओं पर हमले इस कदर बढ़ चुके हैं कि अब लोग भारत सरकार से हाथ जोड़कर विनम्र निवेदन कर रहे हैं कि ममता सरकार को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करें.., ये वीडियो इस बात का सबुत हैl
ये देखा गया है कि पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों द्वारा जिन हिंदुओं के घर जलाये गए हैं उसमें ज्यादातर दलित ही हैं, अब सवाल ये उठता है कि रोहित वेमुला की आत्महत्या पर राजनीति करने वाले गिद्ध वहां जाएंगे? कहां है मायावती, केजरीवाल, राहुल गांधी जो अभी तक इस गंभीर मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं..!
बंगाल की इस हालत के लिए कौन ज़िम्मेदार है ? क्यों सरकार इस मुद्दे पर चुप है ? क्यों पुलिस प्रशासन कुछ नहीं कर रहा ? सवाल कई हैं पर जवाब किसी के पास नहीं, बस अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है l
हालाँकि ये देखा गया है कि देश के तमाम मीडिया चैनल इस ख़बर को धार्मिक चश्मे से देख रहे हैं और इसीलिए ज्यादातर मीडिया चैनल इन ख़बरों के मामले में सेलेक्टिव हो जाते हैंl लेकिन सवाल ये है कि क्या किसी हिंसक घटना को धर्म के चश्में से देखकर अनदेखा कर देना जायज़ है..? क्या इस बड़ी ख़बर को नज़रअंदाज़ कर देने से ये समस्या खत्म हो जाएगी..?