आने वाले कुछ दिनों में भारत इंटर कॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल (आइसीबीएम) अग्नि 5 का फाइनल टेस्ट लॉन्च करने वाला है . यह मिसाइल भारत के लिए बहुत खास है . यह मिसाइल न सिर्फ पाकिस्तान को करारा जवाब देगी बल्कि चीन के भी होश उडा देगी .
अग्नि मिसाइलों का डेवलपमेंट इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम वर्ष 1983 से शुरू हुआ इस प्रोग्राम को ‘मिसाइल मैन’ पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम की देखरेख में शुरू किया गया था . अब अग्नि-5 अपने फाइनल टेस्ट लॉन्च के लिए तैयार है .
अग्नि-5 की रेंज 5,000 से लेकर 5,800 किमी है . इसको वर्ष 2012, 2013 और 2015 में टेस्ट किया जा चुका है . दरअसल नई दिल्ली से बीजिंग की दूरी 3,778 किमी की है . चीन के साथ ही भारत के अन्य दुश्मनों को यह साफ संदेश है कि अगर भारत की ओर आंख उठाई तो कुछ ही मिनटों में उनका नाम खाक में मिल जाएगा .
बता दें कि भारत से पहले अमेरिका, रूस और फ्रांस के पास यह मिसाइल टेक्नोलॉजी है . डीआरडीओ ने 4 साल में इसको तैयार किया है . इस पर लगभग 50 करोड़ रुपए की लागत , वजन 50 टन और लंबाई 17.5 मीटर है . यह एक टन का परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है . दरअसल चीन और यूरोप के सभी ठिकाने इस मिसाइल की पहुंच में है . बता दे कि 19 अप्रैल 2012 को इसका पहला , 15 सितंबर 2013 को दूसरा तथा जनवरी 2015 में तीसरी बार इसका परीक्षण किया गया .इसे सिर्फ प्रधानमंत्री के आदेश के बाद ही इस मिसाइल को छोड़ा जा सकता है .
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