डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने के बाद केशव प्रसाद मौर्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देंगे. इसके साथ ही नए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अटकलों का बजार भी गर्म हो गया हैl
संगठन के कई नेताओं के मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद खाली हुए महत्वपूर्ण पदों के लिए कई दिग्गज अब जोर आजमाईश करने लगे हैं.
इस बात पर पेच बहस रहा है कि ब्राह्मण बनाया जाय या दलित बनाया जाय क्यों कि अगर वोट प्रतिशत देखे तो दलितों का जायदा है पर अगर भाजपा को मिलने बाला वोट प्रतिशत देखे तो भाजपा को ब्रहीम वोट जादा मिलता है l
मौर्य के पिछड़ी जाती से होने की वजह पार्टी को एक तरफ़ा वोट मिला.अब एक बार फिर 2019 के लोक सभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए बीजेपी किसी दलित या फिर ब्राह्मण को प्रदेश अध्यक्ष बना सकती
अगर दलित नेतृत्व की बात हुई तो आगरा के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामशंकर कठेरिया, बुलंदशहर के सांसद भोला सिंह, कौशाम्बी के सांसद विनोद सोनकर, पूर्व विधायक मुंशीलाल गौतम या फिर महामंत्री विद्याशंकर सोनकर को मौका मिल सकता है.जहां तक ब्राह्मण नेतृत्व की बात है तो प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक और पिछड़े वर्ग से अशोक कटारिया का नाम सबसे आगे चल रहा है.