आपने पुरुषो के कंडोम के बारे में तो खूब सुना होगा लेकिन आपने कभी भी महिलाओं के कंडोम में बारे में जानने की कोशिश नहीं की होगी। आपने तो यह भी नहीं सोचा होगा की महिलाओं का कंडोम कैसा दिखता है। एक सर्वे रिपोर्ट की माने तो अमेरिका में लगभग 91 फीसदी ऐसी महिलाएं हैं जो की सेक्स के दौरान फीमेल कंडोम का इस्तेमाल करती हैं।
लेकिन अगर भारत की बात करें तो लोग हैरान हो जाते हैं महिल कंडोम का नाम सुनकर। लेकिन चलिए हम आप को दिखाते हैं कि महिलाओं का कंडोम कैसे उपयोग किया जाता है और उसके फायदें क्या हैं।
पुरुषो के कंडोम के मुकाबले महिलाएं अपने कंडोम में ज्यादा आराम महसूस करती हैं। महिला कंडोम पॉलियुरेथेन का बना होता है जो पुरुष कंडोम से बहुत पतला होता है। इस कंडोम की परत इतनी पतली होती है की महिलाएं संभोग के दौरान गर्मी को महसूस करती हैं। महिलाओं के लिए जो कंडोम बनाया गया है उसकी लम्बाई लगभग 6.5 इंच होती है।
आप को बता दें की पुरुष कंडोम लेटैक्स का बना होता है जिसमें एलर्जी की संभावना बनी रहती है लेकिन अगर बात करें महिला कंडोम की तो उसमें किसी भी तरह की एलर्जी की संभावना नही होती। आप को जानकर हैरानी होगी की पहला मॉडल 1993 में मार्केट में आया था। और फिर बाद में 2007 और फिर 2009 आया था।
अब तीन तरह के फीमेल कंडोम मार्केट में उपलब्ध हैं। लेकिन आज के इस दौर में जब भी कंडोम का नाम सामने आता है तो शर्म और लोकलज्जा के कारण उससे दूर भागते हैं। जिसका बुरा प्रभाव उनके जीवन पर पड़ता है।