10 जुलाई को अमरनाथ यात्रियों पर हमला हुआ जिसमें 7 लोगों की जान चली गयी और 19 लोग घायल हो गये. जिसके बाद देशभर में आक्रोश फैला और लोगों ने अपना गुस्सा सोशल मीडिया पर निकाला. देश की तमाम राजनीतिक पार्टियों और बॉलीवुड सिलेब्स ने इस मामले की निंदा की करते हुए अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं रखी हैं. ऐसे माहोल में जहाँ राजनेता और बॉलीवुड सिलेब्स अपनी प्रतिक्रियायों पर ज़ोर दे रहे हैं तो वहीँ बॉलीवुड के मिस्टर खिलाड़ी अक्षय कुमार कैसे पीछे रह सकते हैं.
अक्षय कुमार अक्सर भारत की सेना के पक्ष में बातें करते दिख जाते हैं. उनके पिता भी फ़ौज में थे और ये वजह भी है कि भारतीय सेना को लेकर अक्षय अक्सर भावुक हो जाते हैं. जब भी देश पर कोई आतंकी हमला होता है या कोई फ़ौजी शहीद होता है तो वो मदद के लिए आगे आ जाते हैं. उनके इस तरह के प्रयासों के चलते लोग भी उन्हें काफी पसंद करते हैं. ठीक हर बार कि तरह इस बार भी अक्षय कुमार ने अमरनाथ में हुए हमले को लेकर एक ऐसा ट्वीट कर दिया है जिसे पढ़कर शायद राजनेताओं को भी सबक मिलेगा और उनकी भी आँखें खुलेंगी कि आखिर देश के साथ क्या हो रहा है और केवल कड़ी निंदा करने से ही सब कुछ ठीक नहीं हो जाता है उसके लिए कुछ कड़े कदम भी उठाने पड़ते हैं.
अक्षय कुमार ने अपने ट्वीट के ज़रिए अपनी नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि, ‘निर्दोष अमरनाथ तीर्थ यात्रियों पर हमला एक नीच हरकत है। गुस्सा और दुखी भी है… इस हमले से प्रभावित हुए लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं।’
सावन का पहला सोमवार, जहाँ शिव के भक्त बड़े ही जोश में अमरनाथ यात्रा पर निकले थे, लेकिन आतंकियों को ये गवारा नहीं था, उन्हें तो आस्था पर वार कर देश में दहशत फैलानी थी. जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में हुए इस हमले में आतंकियों ने उन लोगों को निशाना बनाया जो यात्री दर्शन कर एक बस से लौट रहे थे. अमरनाथ यात्रियों से भरी ये बस श्रद्धालुओं को लेकर बालटाल से मीर बाजार की ओर जा रही थी. जब देर शाम 8:20 बजे के करीब बटेंगो में यह हमला हुआ. अबतक मिली जानकारी के अनुसार इस हमले में सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई है और साथ ही इस दुर्भाग्यपूर्ण हमले में पुलिसकर्मियों सहित 14 लोग घायल भी हुए हैं. इधर अमरनाथ यात्रियों पर ये दुर्भाग्यवश हमला हुआ तो दूसरी तरफ कुछ राजनीतिक पार्टियाँ इसकी आंच पर अपनी रोटियां सेंकने बैठ गयीं वहीँ दूसरी ओर इस हमले ने एक बार फिर से सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
कुछ राजनीतिक पार्टियाँ जहाँ इस हमले की आड़ में राजनीतिक रोटियां सेंक रही हैं, तो कुछ लोगों का कहना है कि आखिर हमला गुजरात से आ रही बस पर ही क्यों किया गया?हमले में मरने वाले लोग गुजरात से ही क्यों थे? क्या ये सब कर के मोदी सरकार 2017 में होने वाले गुजरात चुनाव को जीतना चाहती है?ऐसे में हमले के बाद अब जांच एजेंसीज ने कुछ ऐसे चौंकाने वाले खुलासे किये हैं जिनके बारे में जानकर अलका लाम्बा जैसे लोगों के शक तो दूर होंगे ही साथ ही आपको भी गहरा झटका लगेगा.
जहाँ एक तरफ ये हमला अपने आप में बेहद दुखद है वहीँ अब इस हमले से जुड़े जो खुलासे हो रहे हैं वो और भी ज्यादा हैरान कर देने वाले हैं. हमले की जड़ तक पहुँचने में जुटी जांच एजेंसीज ने पहला खुलासा करते हुए कहा है कि ऐसा नहीं है कि ये हमला तुरंत ही किया गया हो बल्कि इस हमले के पीछे कई दिनों की रेकी है. जांच एजेंसी ने बताया कि ये अमरनाथ यात्रा कई दिनों से आतंकियों के निशाने पर थी. इस हमले में आतंकियों का खासकर निशाना थे UP-गुजरात के लोग.
वहीँ एक और बड़ा सवाल सामने आया है कि अमरनाथ यात्रा के दौरान यात्रियों से भरी बस पर आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया जिसमें 7 श्रद्धालु मारे गये लगभग 19 लोग घायल है| जब बस पर हमला हुआ था तो ड्राईवर कुछ देर तक समझ नहीं पाया था क्या करूं ! उसने बिना कुछ सोचे समझे बस की स्पीड बढ़ा दी और उस इलाके से बस को निकलाना चाहा. ड्राईवर सलीम की ही हिम्मत थी कि बस में कई यात्री सुरक्षित बच गये नहीं तो हादसा और भी गंभीर हो सकता था. वो मुसलमान है और उसने हिन्दू यात्रियों को बचाया है मीडिया में इस समय सलीम छाया हुआ है| चारो तरफ उसकी तारीफ़ हो रही है और सरकार उसे इनाम देने की घोषणा कर चुकी है, कि एक मुसलमान होनें के बावजूद सलीम ने हिन्दुओं को बचाया है. वहीँ कुछ न्यूज़ चैनल्स इस बात पर ज़ोर दे रहे हैं कि एक मुसलमान ड्राईवर ने 50 से ज्यादा यात्रियों को आतंकियों से बचाया है. मुझे समझ नहीं आता जब आतंकवाद का कोई धर्म होता ही नहीं है तो आप कैसे कह सकते हैं कि बचाने वाला मुसलमान था या हिन्दू ? साफ़ सीधी बात है आप ये भी बोल सकते थे कि बचाने वाला निकला ड्राईवर जिसे सुनकर और भी ड्राईवरों को हिम्मत मिलती कि कैसे इस समस्या से निकला जा सकता है.