विपक्षी दलों की ओर से मीरा कुमार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद राजद सुप्रीमो लालू यादव ने कहा कि यह कदम फासिस्ट ताकतों को दूर रखने के लिए उठाया गया है. उन्होंने नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सभी विपक्षी दल फासिस्ट ताकतों को दूर करने के लिए इकट्ठा हुए थे. सबने मिलकर यह फैसला लिया है.
लालू ने कहा, ‘हम लोगों ने तय किया है बिहार की बेटी विदेश से लेकर सब जगह काम की है. हम आइडियोलाजी की लड़ाई लड़ते हैं.’जदयू के एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन पर लालू ने कहा कि वे नीतीश कुमार से इस फैसले पर फिर से विचार करने की अपील करेंगे. उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार चलती रहेगी. मैं कल पटना जाकर उनसे मिलूंगा. कहूंगा कि उस निर्णय पर विचार कीजिए. ऐसी ऐतिहासिक गलती मत कीजिए. आपका फैसला गलत है.’ लालू बहुत परेशान दिखाई दे रहे हैं.नितीश के इस बड़े फैसले पर.
उन्होंने आगे कहा, ‘नीतीश ने मुझे फोन कर बताया था कि यह उनका निजी फैसला है. नीतीश ने कहा बहुत सज्जन गवर्नर (रामनाथ कोविंद) रहे हैं. व्यक्ति की सुंदरता और सज्जनता-दुर्जनता पर फैसला नही होता. हम आइडियोलाजी से समझौता नहीं करने वाले. कांग्रेस भी बोलती तो भी हम समर्थन नहीं करते.’बता दें कि बिहार में जदयू,राजद और कांग्रेस का महागठबंधन है. लेकिन जदयू ने रामनाथ कोविंद को समर्थन दिया है. इसे महागठबंधन में तनाव के रूप में देखा जा रहा है. लालू ने भी अपने एक बयान से इसी तरह का संकेत दिया.
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के ज्यादा विधायक होने के बाद भी उन्होंने नीतीश कुमार को सीएम बनाया. उन्हें कभी परेशान नहीं किया. सरकार पर खतरा पैदा नहीं करेंगे.लालू यादव ने आरोप लगाया कि उन्हें झुकाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. उनका इशारा आयकर और सीबीआई की कार्रवाई की ओर था.