लकड़ावाला ने मुंबई में संवाददाताओं से बातचीत में इमान के परिवार के उसे स्थानांतरित करने के निर्णय को बताने के लिए संस्कृत के वाक्य ‘विनाशकाले विपरीत बुद्धि’ का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि शाइमा यह आरोप किसी और के इशारे पर लगा रही है. लकड़ावाला ने कहा, ‘मैंने अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में स्पष्ट किया था कि मैंने इमान के परिवार को यह वादा नहीं किया है कि मैं उसे चलने लायक बना दूंगा. एक डॉक्टर के तौर पर मैंने उसका वजन कम किया और अब कोई भी उसे चुनौती नहीं दे सकता, डॉक्टर ने अपनी तरफ से कोई कसार नहीं छोड़ी उन्होंने हर पैतरा अजमा लिया|
सभी को पता है कि उसका वजन काफी कम हो गया है.’ उन्होंने कहा, ‘हम उसे डिस्चार्ज नहीं कर रहे हैं. हम उसके परिवार के मुंबई से यूएई स्थानांतरित करने के निर्णय को स्वीकार कर रहे हैं. उसकी मेडिकल रिपोर्ट यूएई के डॉक्टरों के साथ पहले ही साझा की जा चुकी है. हमें नहीं पता कि वे उसे कब ले जा रहे हैं.’ डॉक्टर्स का कहना ये है की उनके वजन में काफी हद्द तक कमी आ गयी है और वो उनको डिस्चार्ज कर रहे है ये अब उनके ऊपर है की वो कब जाएँगी|