नई दिल्ली, जेएनएन। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इन दिनों राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए को कड़ी चुनौती देने की रणनीति पर काम कर रही हैं। वह अन्य पार्टियों के नेताओं से चर्चा कर रही हैं, ताकि विपक्ष की ओर से एनडीए के सामने राष्ट्रपति चुनाव में एक मजबूत प्रतिद्वंदी विरोध दर्शाने के लिए मैदान में उतारा जा सके। इस बीच सोनिया गांधी के नाम पर भी विचार चल रही है। सोनिया भी जुटी हुई है चुनौती के लिए|
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, राजनीति दलों के बीच चल रहे विचार-विमर्श में सोनिया गांधी को राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक ‘संयुक्त’ विपक्षी उम्मीदवार के रूप में पेश करने की सहमति भी बन रही है। ऐसा माना जा रहा है कि वह एनडीए सरकार की नीतियों और तथाकथित गौरक्षकों द्वारा की जा रही हिंसाओं के खिलाफ आक्रामक ढंग से विरोध दर्ज करा सकती हैं, वो भी लगी हुई की उन्हें हैं की ये सीट उन्हें मिल जाये|
इस बीच जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया से मुलाकात की। इस मुद्दे पर विभिन्न दलों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाने वालीं सोनिया गांधी ने मौजूदा राजनीतिक सियासत पर उनसे चर्चा हुई। राष्ट्रपति चुनावों के लिए संभावित उम्मीदवारों में यादव के नाम की भी चर्चा हो रही है। हालांकि उन्होंने इस बैठक को महज शिष्टाचार मुलाकात करार दिया, अब देखना यह है की कौन है असली खिलाडी।
सूत्रों की मानें तो विपक्ष राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार तब घोषित करेगी, जब एनडीए अपना उम्मीदवार मैदान में उतार देगी। ऐसा माना जा रहा है कि केंद्र सरकार की ओर से जो उम्मीदवार सामने आएगा, वह आरएसएस की भी पसंद होगा। ऐसे उम्मीदवार का विरोध करना विपक्षी दलों के ज्यादा मुश्किल नहीं होगा। हालांकि ऐसा भी माना जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी पूरी कोशिश करेगी कि राष्ट्रपति पद के लिए एक योग्य और साफ छवि वाले नेता का नाम सामने आए, बीजेपी हमेशा की तरह ऐसेउम उम्मीदवार को उतारेगी जो इसके लायक हो|