देश भर में धार्मिक स्थलों में बजते लाउडस्पीकर को लेकर बवाल मचा है और मुंबई में एक ऐसे मुस्लिम शख्स ने मुसलमान होकर भी लाउडस्पीकर पर चलती अजान का खुलकर और कड़ा विरोध किया है. मुम्बई के मोहम्मद अली उर्फ बाबूभाई 66 साल के नमाजी मुसलमान हैं और लाउडस्पीकर से दी हुई अजान को गैर कटरपंथी मानते हैं
हालाँकि अपनी बात को मनवाने के लिए उन्होंने ढलती उम्र में हाईकोर्ट में शिकायत दर्ज करवाई है. पैसे कम थे इसलिए मामले में पैरवी खुद की और साबित किया कि कुरान को लाउडस्पीकर की अज़ान गंवारा नहीं है.
बैसे तो अपने अड़ियल स्वाभाव से जाने वाले मुसलमान इन मामलों में कोई भी हस्तक्षेप बर्दास्त नही करते है अब लेकिन जब पूरा भारत मोदीमय हो गया है तो उसका डर कहो या उनकी नैतिकता परिवर्तन तो आने लगा है उनके स्वाभाव मेंl
बाबूभाई का कहना है कि लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करना धर्म का हिस्सा नहीं है और न ही ये बुनियादी है. क्योंकि धर्म 1400 साल पुराना है और लाउडस्पीकर अभी कुछ सौ साल ही पहले आया है. लाउडस्पीकर को हटाने से धर्म को कोई भी खतरा नहीं है ।