आज के इस दौर में जब बच्चो को चाकू छुरी आदि से डर लगता हैl जब बच्चो को डराया जाता है की बो बन्दूक है बीटा उससे दूर रहो , तब इस मुस्लिम सम्प्रदाय के लोगो ने न जाने क्या सोच रखा है की अपने बच्चो को आतंकवादी या अन्य किसी इसे संगठन में भर्ती करना है जिसमे बन्दूक आदि शस्त्रों का प्रयोग होता है l
इस सांप्रदायिक युग में यदि सांप्रदायिक कोई है तो बो है मुसलमान और बो अपने छोटे छोटे बच्चों को भी सम्प्रदयिकिता की अग्नि में जलाना चाहते है .
जब एक छोटा सा बछ्हा जो की अभी बोल के भी नही जनता ढंग से और कहे की मझे बन्दूक चाहिए तो इसका क्या मतलब निकाला जाय l
ऐसी ही एक घटना देखने को मिली कश्मीर में एक मुस्लिम बच्चे के द्वारा जो की एक CRPF के एक जवान से बार बार बन्दूक मांग रहा था और कह रहा था की मझे बन्दूक दो बन्दूक दो l इस घटना से सिद्ध होता है की मुस्लिम अपने बच्चो को ऐसी ही शिक्षा देते है l