उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री बनते ही योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को लेकर कई कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। यूपी की नई सरकार का प्रमुख मुद्दा भी कानून व्यवस्था रहा है। बाजेपी की नई सरकार ने तबादले करना भी शुरू हो गया है।
जाति पाति के आधार पर हुई भर्तियां धांधली पर हर बार सवाल खड़े होते रहे हैं। लेकिन अब नई सरकार से उम्मीद परे है कि वह इस भेदभाव को खत्म करेगी और नए अवशर प्रदान करेगी। अफसरों ने जिस तरह से घोटाला तानाशाही की वह अब बर्दास्त नहीं की जा सकती। लेकिन गौरतलब यह है कि हर अफसर भ्रष्ट नहीं है चाहे इमानदारी का पैमाना जाति के आधार पर तय हो इमानदार तो इमानदार होता है उसका कोई मजहब या जाति नहीं होती है।
योगी सरकार ने कई अफसरों की क्लास भी लगाई लेकिन बात अब इमानदार और तेज तर्रार अफसर की है उसमें सबसे ऊपर नाम मेरठ ज़िले की इमानदार डीएम बी चंद्रकला का आता है।चंद्रकला वर्तमान आईएएस अधिकारियों में महिला होने के बावजूद सबसे तेज तर्रार अधिकारियों की फेहरिस्त में शुमार की जाती हैं। फेसबुक पर लोकप्रियता के मामले में वह पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी पीछे छोड़ चुकी हैं। वह कड़ी कार्रवाई और अपने तीखे तेवर के लिए भी सुर्खियां बटोर चुकी हैं। चंद्रकला ने साक्षी महराज के विवादित बयान पर कड़ी कार्यवाई की थी।
अब गौरतलब यह है कि 7 जनवरी 2017 को बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने एक विवादित बयान दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था, देश में बढ़ती जनसंख्या के लिए मुसलमान ज़िम्मेदार हैं। उनके इस बयान पर कार्रवाई करते हुए बी चंद्रकला ने उनके खिलाफ कड़ी जांच के आदेश दिए थे। बी चंद्रकला को सरकार ने प्रमोशन कर दिया।
उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार का दौर शुरु हो गया है जिसमें तबादले का दौर भी शुरू हो चुका ।अधिकारियों के तबादले के बाद अब मेरठ ज़िले की इमानदार डीएम बी चंद्रकला को डीएम पद से हटाकर केंद्र सरकार के पेयजल विभाग में उपसचिव बनाया गया है। आखिर डीएम को पेयजल दे दिया गया। अब उनकी तरक्की कर दी गयी है।
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