दिल्ली के वर्त्तमान मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल आज 16 अगस्त को अपना 49वां जन्मदिन मना रहे है. माननीय मुख्यमंत्री का जन्म सिवानी, हरयाणा में हुआ था. केजरीवाल ने IIT खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की थी. आज वो अपनी कड़ी मेहनत के बाद देश की राजधानी के मुख्यमंत्री है. इसीलिए आज हम उनके निजी ज़िन्दगी के बारे में बताने जा रहे है. दरअसल, केजरीवाल ने लव मैरिज की थी. उनकी गर्लफ्रेंड से उनका प्यार और फिर शादी की बड़ी ही दिलचस्प कहानी है.
अरविन्द केजरीवाल और सुनीता केजरीवाल की मुलाक़ात आईआरएस की ट्रेनिंग के दौरान हुई थी और वही से उनका प्यार परवान चढ़ा था. भारतीय राजस्व सेवा की परीक्षा देने के बाद अरविन्द केजरीवाल नागपुर गए थे यहाँ पर राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में उनकी मुलाक़ात पहली बार सुनीता से हुई थी. दोनों के बीच धीरे-धीरे नजदीकियां बढती गयी और रोजाना दोनों एक साथ घंटो बिताने लगे.
मुलाकात के बावजूद भी अरविन्द की सुनीता को प्रोपोज़ करने की हिम्मत नही हो पायी.आँखों-ही-आँखों में दोनों के बीच एक समझ ज़रूर हो गयी थी लेकिन इज़हार नही कर पा रहे थे. दोनों को ही अपने प्यार के इज़हार करने में महीनो लग गए. आज जब अरविन्द उस वक़्त को पीछे मुड़कर देखते है तो बताते है की ‘एक दिन अकादमी में मैंने उनके दरवाज़े पर दस्तक दी और प्रेम प्रस्ताव रख दिया. उन्होंने कहा, हाँ.’
सुनीता केजरीवाल का मानना है की केजरीवाल साफ़ दिल के व्यक्ति है और उनके साहस और निष्पक्षता ने उन्हें काफी प्रभावित किया था. सुनीता केजरीवाल के लिए तो मानो वे सपनो के राजकुमार थे, वह हमेशा से चाहती थी की उनका होने वाला पति ईमानदार होने के साथ-साथ देश की सेवा करने वाला हो.
अरविन्द और सुनीता एक ही जाती से थे और राजस्व सेवा में चयनित हो चुके थे. इसीलिए दोनों के परिवारों ने जल्द ही इस रिश्ते को मंजूरी दे दी. नवम्बर 1994 में आईआरएस के प्रशिक्षण के दौरान दोनों विवाह सम्बन्ध में बांध गए. शादी के एक साल बाद ही बेटी हर्षिता का जन्म हुआ. 2001 में दोनों को एक बेटा हुआ जिसका नाम पुलकित रखा.
साल 2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में शानदार एतिहासिक जीत से उत्साहित केजरीवाल ने अपनी पत्नी सुनीता के योगदान को नहीं भूले और हमेशा साथ निभाने के लिए बड़ी आत्मीयता से उन्हें गले लगा लिया था.