अपनी निजी ज़िन्दगी में हम रोजाना कितनी ही चीज़ों का इस्तेमाल करते है, लेकिन उनके इस्तेमाल के बाद भी कुछ ऐसा होता है जिससे अनजान रहते है. आज हम उन्ही चीज़ों के बारे में बताने जा रहे है जिनके इस्तेमाल के बाद भी आप उनका इस्तेमाल कर सकते है. इन चीज़ों के बारे में यूँ तो सामने से पता नही चलता है, और न ही उनके पैकेज के ऊपर लिखा होता है. इन बातों के बारे में आपको कंपनी भी नही बताती है. लेकिन ये बाते आपके बहुत ही काम की साबित हो सकती है अगर उनका इस्तेमाल सही ढंग से और सही जगह पर किया जाए.
हम में से ऐसे कई लोग है जो apple का फ़ोन इस्तेमाल करते है. इससे जुड़े सारे फीचर्स के बारे में भी जानते होंगे लेकिन फिर भी i-phone से जुड़े कुछ ऐसे अनजाने फीचर्स है जिनके बारे में हम नही जानते है. दरअसल, i-phone के पीछे लेंस और फ़्लैश के बीच में एक छेद होता है. यह छेद बिना किसी कारण के नही होता बल्कि इसका इस्तेमाल एक माइक्रोफोन की तरह होता है ताकि जब भी हम एक वीडियो रिकॉर्ड करे तो अनचाहे साउंड रिकॉर्ड न हो जाए, और वीडियो की क्वालिटी भी बेहतरीन हो. इसीलिए अगली बार जब आप i-phone इस्तेमाल करेंगे तो आपको ये पता होगा की इस छेद का क्या काम है.
दिनभर के काम में एक चीज़ जो हर इंसान करता है वो है सुबह-सुबह खाना पैक करना. इस खाने को पैक करने के लिए हम एल्युमीनियम फॉयल का इस्तेमाल करते है. अब आप सोच रहे होंगे की एल्युमीनियम फॉयल में भला क्या छिपा हुआ हो सकता है, लेकिन फॉयल के डब्बे में एक ऐसा छेद है जो आपके बहुत काम आ सकता है. यह छेद डिब्बे के दोनों तरफ बगल में होता है जिसका इस्तेमाल फॉयल के सिलिंडर को स्थिर रखने के लिए होता है. अगर आप इन छेदों में सिलिंडर को फंसा देंगे तो रेपर बिना इधर-उधर लुढके हुए फॉयल आराम से निकाल सकते है.
अगर आप प्लास्टिक की चीज़ों को इस्तेमाल करते है तो आप जानते होंगे की उनके पीछे अलग अलग निशान होते है. ये निशान बिना किसी कारण के नहीं होते है बल्कि इनका काम बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. ये निशान उपभोक्ता को प्लास्टिक की गुणवत्ता को लेकर जानकारी देते है. यह निशान त्रिकोण के अन्दर अलग-अलग अंकों द्वारा दर्शाई जाती है. इसमें प्लास्टिक के दोबारा इस्तेमाल के बारे में पता चलता है.