महज एक तस्वीर, जिस तस्वीर में बेदर्दी से पिटती एक महिला, जिसे देखने पर पता चलेगा की उसके शरीर पर नाम मात्र के ही कपड़े बचे हैंl साथ ही नजर आएगा पीटने वाला सफेद शर्ट पहने एक मर्दl जी हाँ इसके अलावा भी इस तस्वीर की और ढेर सारी व्याख्याएं और उससे भी ज्यादा अफवाहें हो सकती हैंl विचलित करने वाली इस तस्वीर को सोशल मीडिया के बाजार में किसी भी शक्ल में बेचा जा सकता हैl
जानकारी के लिए बता दें कि तस्वीर में दिख रही महिला का नाम लक्ष्मी ओरंग बताया जा रहा हैl वो असम की राजधानी गुवाहाटी की रहने वाली है. उसकी उम्र 19 साल है. आपको बता दें कि CM योगी के फैन पेज पर कुछ दिनों पहले एक तस्वीर शेयर की गयी थी, उस तस्वीर में लक्ष्मी को निर्वस्त्र दिखाया गया था. जिसके बाद लक्ष्मी ने उत्तर प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ और असम से बीजेपी सांसद रामप्रसाद शर्मा के खिलाफ केस कर दिया हैl जी है यह सोचकर आपको अजीब लगेगा पर यह बात सच है कि लक्ष्मी ने केस दर्ज कराया है. दरअसल इस पोस्ट को असम से बीजेपी सांसद रामप्रसाद शर्मा ने शेयर किया था हालांकि बाद में इसे हटा भी लिया गया था. योगी आदित्यनाथ के पेज पर शेयर कि गयी इस तस्वीर का लोगों ने विरोध भी किया था.
अपनी तस्वीरों को गलत तरीके से इस्तेमाल होने के बाद लक्ष्मी ने चुपी तोड़ते हुए कहा,
‘प्रधानमंत्री लगातार कहते रहते हैं कि बेटी बचाओ, लेकिन उन्हीं की पार्टी के नेता महिलाओं को अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैंl 10 साल पहले जब मेरे कपड़े उतारे गए थे, तब कांग्रेस की सरकार थी और आज 2017 में जब बीजेपी की सरकार है, तब एक बार फिर मेरे कपड़े उतारे गए. ये शर्म की बात हैl
तो क्या है इस फोटो की पूरी सच्चाई
ये तस्वीर उस वक्त की है जब साल 2007 में 24 नवंबर, को असम की राजधानी गुवाहाटी में आदिवासी चाय मजदूर खुद को अनुसूचित जनजाति में शामिल करवाने के लिए उग्र प्रदर्शन कर रहे थेl तब 19 साल की लक्ष्मी भी उस प्रदर्शन में शामिल थींl प्रदर्शन के बीच कुछ स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर प्रदर्शन को रोकने के लिए प्रदर्शन में दखल देना शुरू कर दिया और हिंसा शुरू हो गईl इस पूरी घटना का वीडियो यूट्यूब पर देखा जा सकता है कि कैसे लोगों ने हिंसक होकर प्रदर्शन कर रहे लोगो के साथ हैवानियत की सारी हदे पार कर दीl
उस वक्त गलती किसकी थी इस बात का तो अभी तक पता नहीं लग सकाl लेकिन इस वीडियो को देख इतना तो साफ पता चल रहा है कि वहां लोगों के साथ किस हद तक बर्बरता की गई थीl खुद लक्ष्मी की ये तस्वीर दिखाती है कि उनके साथ इंसानियत को शर्मसार करने वाला हर कार्य किया गया थाl उसी दिन 24 नवंबर की ही लक्ष्मी की कुछ और तस्वीरें भी आपको सोशल मीडिया पर दिख जाएगी, जिन्हें अक्सर कुछ लोग जहाँ अपने फायदे के लिए अफवाहों के साथ चिपका देते है तो वहीँ कुछ लोग उन्हें सच मान भी लेते हैंl उसी का एक नमूना है ये तस्वीर…
इस मामले ने ये साफ़ कर दिया है कि सोशल मीडिया ने जहाँ आम आदमी के लिए खबरों तक पहुंचना जितना आसान किया है उतना ही लोगों को लापरवाह भी बनाया हैl इस बात में भी कोई दोराय नहीं है कि ये मामला लापरवाही का कम, द्वेष का ज्यादा हैl ये एक ऐसा घिनौना कारनामा है जिसकी मदद से किसी भी पार्टी को उठाया और दूसरी पार्टी को बदनाम किया जा सकता हैl अपने थोड़े से फायदे के चलते अपना एजेंडा फैलाने के लिए ऐसा करने वालों को हालांकि सुधार तो नहीं जा सकता, लेकिन जिनकी ऐसी कोई मंशा नहीं है, उन्हें जागरूक जरूर किया जा सकता हैl