बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह तीन दिनों के लिए यूपी के दौरे पर है. इसी बीच लखनऊ में सियासी हलचलें तेज हो गई हैं. अमित शाह के दौरे के चलते सपा के तीन एमएलसी भुक्कल नवाब, यशवंत सिंह और मधुकर जेटली ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है. सूत्रों के माने तो यह तीनों नेता सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हो सकते है. बताया जा रहा है कि बीजेपी के सत्ता में कुछ खास चेहरों को जगह दी जाएगी. इस प्रकिया में CM योगी, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, केशव प्रसाद मौर्या के अलावा मोहसिन रजा और स्वतंत्र देव सिंह के नाम शामिल हैं. मंत्रिमंडल का सदस्य होने के नाते इनको किसी भी सदन का सदस्य होना जरूरी है, जोकि अभी ये नहीं हैं. इस पूरे मामलें में सपा के तीन MLC के इस्तीफों को जोड़कर देखा जा रहा है.
इन सपा नेताओं के बीजेपी में शामिल होने से सपा की ये सीटें खाली हो जाएंगी. अब बीजेपी आसानी से अपने नेताओं को MLC बना सकती है. MLC चुनावों से पहले इन सपा नेताओं का इस्तीफा बीजेपी के लिए फ़ायदे का सौदा साबित हो सकता है. बीजेपी की सरकार आये चार महीने हो चुके हैं और अगले दो महीनों के भीतर उसको अपने मंत्रियों को किसी भी सदन का सदस्य बनाना जरूरी है.
अगर सूत्रों की माने तो डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्या को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. सूत्रों ने यह भी बताया कि 15 अगस्त के बाद केंद्र में मोदी मंत्रिमंडल का उलट फेर हो सकता है और डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्या को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है.
सपा ही नहीं बीएसपी भी बीजेपी में सेंध लगाने की रणनीति का शिकार हुई है।BSP नेता और पूर्व मंत्री जयवीर सिंह ने भी विधानपरिषद से इस्तीफा दे दिया है। अभी तक गौर करने वाली बात यह है कि CM योगी सहित पांच मंत्री ऐसे हैं जो न तो विधानसभा के सदस्य हैं और न ही विधानपरिषद के.
इनमें डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्या, दिनेश कुमार शर्मा, मोहसिन रजा और स्वतंत्र देव सिंह है. संविधान की माने तो मंत्री बनने के 6 महीने के अंदर (15 सितंबर तक) उनको किसी एक सदन का सदस्य होना चाहिए।