पहले लड़कियों के शव के साथ करता था रेप, फिर उनके् जिस्म के टूकड़ों के साथ करता था ये घिनोना काम..

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आज हमारे देश में महिलाओं के साथ अत्याचार के मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहें है। जैसा कि सभी जानते जघन्य अपराधों की लिस्ट काफी पुरानी है देश में महिलाओं के साथ रेप कांड तो आपने बहुत सुने होगें लेकिन ऐसा घिनोना रेप तो शायद ही आपने सुने होगा। जी हां हम बात कर रहें है नोएड़ा में हुए सबसे खोफनाक निठारी कांड के बारें में, दिसंबर 2006 में हुए इस कांड के खुलासे ने लोगों को ‌हिला कर रख दिया था।

 

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यह एक ऐसा कांड था जिसने देश में हगांमा मचा कर रख दिया था।इस कांड के आरोपी कुख्यात सुरेंद्र कोली को 7वीं बार मौत की सजा सुनाई गई है.कोर्ट ने आरोपियों को मरते दम तक फांसी पर लटकाने का आदेश दे दिया है।सुरेंद्र कोली के बारें कोर्ट ने साफ-साफ लिखा है कि महिलाओं के जिस्म के बेदर्दी से टूकड़े करके उनका तक मांस खा जाया करता था । यह घटना करीब पौने आठ साल बाद निठारी कांड एक बार फिर से सामने आई है आपको बता दे कि, यह आरोपी अपने मालिक मनिंदर सिंह पंढेर के साथ अपने कोठे पर लड़कियों और महिलाओ को किसी न किसी बहाने से बुलाता था और फिर उनके साथ रेप को अंजाम देता था। फिर महिलाओं की हत्या करने के बाद उनके के शव के साथ भी संबंध बनााता था।

 

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नोएडा से नजदीक छोटे से गांव निठारी में, जहा मासूम बच्चों, महिलाओं की चीख-पुकार और आंखों में एक खौफनाक दृश्य अभी भी उभरता हुआ दिख रहा है।जिसके बारे में बताया जाता है कि यह व्यक्ति एक बहुत भयंकर बिमारी से  पीड़ित था। इसको नेक्रोफीलिया नामक मानसिक बीमारी कहते है. इस बिमारी के बारें में कहा जाता है यह दुनिया की सबसे खतरनाक सेक्स बीमारियों में से एक बताई जाती है।

 

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इसके बारें में कहा जाता है कि इस बीमारी से पीड़ित मनुष्य  मृत्य व्यक्ति को देखकर सेक्स आकर्षण महसूस करता है. वह पहले लड़की या औरत की हत्या करता, फिर उसके शव के साथ शारीरिक संबंध बनाता है.ग्रीक के द्वारा इस नेक्रेग्रीक में ‘नेक्रो’ का मतलब ‘शव’ और ‘फीलिया’ का मतलब ‘प्यार’ होता है. भारत में इस तरह की विकृति तंत्र साधना करने वालों में देखी जाती है, जो बहुत ही कम है. विदेशों में नेक्रोफीलिया ग्रसित लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है.

 

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एस कांड के बारें में सबसे बड़ी सच्चाई है की साल 2003 में सुरेंद्र कोली अपने मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर के साथ नजदीकियां बड़ी थी। वह नोएडा के सेक्टर-31 में स्थित उसकी कोठी डी-5 में काम करता था. 2004 में पंढेर का परिवार पंजाब चला गया. इसके बाद वह और कोली साथ में कोठी में रहने लगे. इस बीच पंढेर की कोठी में अक्सर कॉलगर्ल आया करती थीं.फिर धीरे-धीरे पंढेर का प्रभाव भी सुरेंद्र कोली पर आने लगा जिसके कारण वह भी सैक्स संबंध बनाने की कोशिश करने लगा लेकिन किसी कारणवश वह पूरी तरह से नही कर पाता था और जिसके कारण उसके दिमाग में गलत विकार आने लगे और वह वहां आने-जाने वाली सभी महिलाओं व बच्चों को अपनी शिकार बनाता था।  यहां तक की उनके अंगो के निकाल कर विदेशों में बेच देता था।

 

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हांलाकि हम आपको बता दे कि , इस कांड में सजा पाया सुरेंद्र कोली इस समय जेल में चला गया है. उसको छह बार पहले ही सजा-ए-मौत मिल चुकी है, लेकिन पंढेर जमानत पर है.

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