जब से अमरनाथ में बड़ा आतंकी हमला हुआ है तब से ग्रहमंत्री राजनाथ सिंह की सभी आलोचना कर रहे है उनकी बात कोई भी नहीं सुन रहा है न ही कोई उनकी मज़बूरी समझ रहा है ऐसा शायद इस लिए भी हो रहा है क्योंकि ग्रहमंत्री का काम होता है पुरे देश की सुरक्षा से जुड़े अहम फैसले लेना, जिससे कोई भी आतंकवादी अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम न दे पाए l लेकिन अमरनाथ में हमले के बाद आतंकियों से भी अधिक भला बुरा राजनाथ सिंह में कहा जा रहा है, यहाँ तक कि कट्टर बीजेपी समर्थन भी राजनाथ सिंह की बहुत आलोचना कर रहे हैं l
राजनाथ सिंह की कोई मंत्री निंदा कह रहा है तो कोई उनका इस्तीफा मांग रहा है, कोई उन्हें सबसे खराब गृह मंत्री बता रहा है तो कोई उन्हें मोदी सरकार का सबसे फेल मंत्री बता रहा है लेकिन कोई समझ नहीं पा रहा है उन्होंने कश्मीरियों के लिए ये बाते किसी एक मज़बूरी के चलते हुए कहा था जिसके ऊपर आज सभी मंत्रियों ने राजनाथ सिंह को घेर लिया है l
आखिर ऐसा किया कह दिया राजनाथ ने कि उन्हीं के मंत्री मांग रहे है इस्तीफा
दरअसल अमरनाथ हमले के बाद राजनाथ सिंह ने कहा था कि यात्रियों के ऊपर अनंतनाग में जो आतंकी हमला हुआ है उसके लिए हमें बहुत दुख है और पूरा देश आज भी सदमें में है, यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद भी, लेकिन मैं अपने कश्मीर के भाइयों और बहनों का अभिनंदन करना चाहता हूँ और उन्हें सोल्युट करना चाहता हूँ, कश्मीर के समाज के हर सेक्शन ने इस घटना की निंदा की है, मैं बार बार कश्मीर की जनता का सलाम करना चाहता हूँ, मैं कह सकता हूँ कि कश्मीरियत की तरो ताजगी आज भी कश्मीर के लोगों में जिन्दा है, कश्मिर्यों ने अभी तक किसी ने भी इस आतंकवादी हमले की तारीफ नहीं की है और इसी बात के लिए मैं पूरी कश्मीर की जनता को सोल्युट करता हूँ l
आपको किया लगता है क्या सच में आज भी वहां के लोगो में कश्मीरियत जिन्दा है अगर ऐसा है तो वहाँ पर 50 हजार सेना के जवानो की जरूरत नहीं होती अगर वहां के लोगो में थोड़ी सी भी शर्म होती तो कश्मीरी हिन्दू पंडितों को कश्मीर से भगाया ही नहीं जाता, उनकी महिलाओं के साथ बलात्कार ना किया जाता, उन्हें शरणार्थी शिविरों में रहने के लिए मजबूर ही नहीं किया जाता अगर ऐसा होता तो बुरहान वानी जैसे आतंकवादी कभी पैदा ही नहीं होते, वहां के लोग यात्रियों की सहायता करते न कि मरने के लिए छोड़ देते l
आखिर किस मज़बूरी के चलते राजनाथ ने कही थी ये बात.
NDA उम्मीदवार रामनाथ कोविंग को राष्ट्रपति चुनाव में जितने के लिए बीजेपी सरकार को PDP के विधायको के समर्थन की जरूत थी, इसीलिए आतंकी हमले के बाद महबूबा मुफ़्ती से सुरक्षा को लेकर कोई भी सवाल नहीं किया गया था और न ही उनके ऊपर किसी तरह का आरोप लगाया गया था अगर राजनाथ ऐसा न करते तो उनको पीडीपी के विधायको को का समर्थनन मिलता l इसीलिए राजनाथ सिंह ने जो भी बोला है अपनी पार्टी को लाभ पहुँचाने के लिए बोला, रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद पर बैठाने के लिए बोला था, देश के भले के लिए बोला, हालाँकि उनकी मजबूरी कुछ लोग समझ नहीं पाए और उनकी आलोचना पर आलोचना करे जा रहे है l