बिहार में महागठबंधन को बचाने के लिए लालू की सिफारिश पर सोनिया की कोशिश भी नाकाम, लालू ने कहा अब सोनिया भी नही..

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इन दिनों बिहार की राजनीति में हलचल मची हुई हैं। लालू के 12 ठिकानों पर रेड पड़ने के बाद राजनीतिक सियासत और बढ़ गई हैं। बिहार में महागठबंधन को लेकर लगातार नेताओं की बयानबाजी तेज होती जा रही हैं। जिसके बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर रेलवे टेंडर स्कैम और बेनामी संपत्ति मामले में जेडीयू ने इस्तीफे की मांग की है वहीं दूसरी तरफ आरजेडी ने तेजस्वी के इस्तीफा देने से साफ इंकार कर दिया। इसी बीच सिफारिश देने के लिए सोनिया गांधी भी आ गई। और जब न्यूज में चलाया गया कि सोनिया ने लालू और नीतिश से फोन पर बात की जिसके बाद और भी खलबली पड़ गई।

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बिहार में कुछ दिनों से ही तेजस्वी के इस्तीफे को लेकर पार्टियों में तनाशानी चल ही रही थी। कि उसी बीच बिहार गठबंधन में शामिल कांग्रेस कभी आरजेडी में तो कभी जेडीयू में दिखाई देने लगी है। लालू-नीतिश की सोनिया से बात करने की खबर मीडिया पर दिनभर खूब चालाई गई। कि सोनिया ने फोन पर दोनों नेताओं से आपस में समझदारी से काम लेने का सुझाव दिया हैं। सोनिया की तरफ से अचानक हुई इस कोशिश के बाद प्रवक्ताओं के सुर भी बदल गये। जिसके बाद लालू मीडिया पर भंडक गये। और मीडिया को लालू ने दे दिया ऐसा जवाब कि लोग भी हौरान हो गये।

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लालू ने इसकी निंदा करते हुए एक न्यूज एजेंसी को इंटरव्यू में बताया कि विधान मंडल ने तेजस्वी यादव के इस्तीफा नहीं देने का फैसला हो गया है। और नाही मेरी सोनिया से बात हुई है और नाही नीतिश से कोई बात हुई हैं। उन्होनें कहा कि हमारी तरफ से गठबंधन पर कोई आंच नहीं आने देंगे। मीडिया द्वारा जब लालू से पूछा गया कि तेजस्वी इस्तीफा देंगे क्या?  इस पर लालू ने जवाब दिया क्यों तेजस्वी को क्या आपने जिताया हैं?

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उसके बाद लालू से फिर पूछा गया कि पटना से तेजस्वी के इस्तीफे के लिए दबाव बनाया जा रहा है… क्या आप इस्तीफा नहीं दिलवाएंगे?  फिर लालू का गुस्सा रूक नहीं पाया और उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि ये क्या मतलब है कहना का क्या आपने जिताया है? जनता के सहयोग ने तेजस्वी को जिताया है। शुक्रवार को बयानबाजी चल ही रही थी कि मीडिया ने जब जेडीयू नेता अजय आलोक से पूछा कि क्या बिहार में सत्ता में बने रहने के लिए नीतीश सब्र रखे हुए है तो उन्होंने सीधे तीखा वार करते हुए कहा कि नीतीश को सत्ता छोड़ने में 5 मिनट भी नहीं लगेंगे।

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बताया जा रहा है कि सोनिया का फोने आने से पहले ही जेडीयू प्रवक्ताओं की फौज राजद और लालू पर हमलावर थी। और उससे पहले ही तरह-तरह के आरोप लगाये जा रहे थे लेकिन फोन आने के बाद प्रवक्ताओं के सुर ही बदल गये। सुनने को ये भी मिला कि सोनिया ने नीतीश को उपराष्ट्रपति चुनाव में साथ देने का लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने नीतीश से कहा कि आप सरकार मजबूती से चलाएं, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हम आपके साथ हैं। आप जो फैसला करेंगे, कांग्रेस उसके साथ खड़ी रहेगी। लेकिन महागठंबंधन पर कोई आंच नहीं आनी चाहिए।

 

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