हालहि में अमरनाथ यात्रा के दौरान बस पर हुए आतंकी हमले से पूरा भारत देश हैरान हैl इस आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत हो गई जबकि 19 लोग घायल हो गएl अमरनाथ यात्रा का ये आतंकी हमला बेहद दुखद थाl 15 साल बाद अमरनाथ यात्रा कर रहे लोगों पर इस तरह का कोई हमला हुआ हैl इस हमले के होने से भाजपा सरकार पर सवाल उठना लाजमी हैl लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि इस तरह के आतंकी हमले ना केवल इस सरकार में हुए हैं इससे पहले भी कई अन्य सरकारों के कार्यकाल में इस तरह के हमले होते रहे हैंl
इस तरह के हमले बीजेपी सरकार में भी हुए हैं और कांग्रेस की सरकार में भीl लेकिन कांग्रेस के दौरान हुए आतंकी हमले और बीजेपी के कार्यकाल में हुए आतंकी हमले में बहुत फर्क नजर आता हैl कुछ लोगों का मानना है कि कांग्रेस के दौरान आतंकी हमले इसलिए किया करते थे ताकि भारत में शासन करने वाली सरकार उनसे डर कर रहे और उनके बीच किसी प्रकार की दिक्कत ना खडीं करेl लेकिन अब बीजेपी सरकार में आंतकी हमले इस लिए करवाये जाते हैं ताकि बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े किये जा सके और सरकार को कमज़ोर सरकार साबित किया जा सकेl
हम सभी इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं जबसे बीजेपी सरकार सत्ता में आई है उसके बाद से ही आतंकी और भारत के दुश्मनों की नींद उड़ गई हैl भारत के सभी दुश्मनों को ये बात समझ आ चुकी है कि अब कांगेस की सरकार नहीं है जो कभी सही फैसले नहीं कर पाईl अब सरकार बीजेपी की है यानी की नरेन्द्र मोदी की जो कभी देश हित के लिए फैसले लेने में पीछे नहीं हटतेl मोदी के कड़े फैसले के बाद ही भारत के जवानो ने सर्जिकल स्ट्राइक कर दुश्मनों को करारा जवाव दिया थाl जिसके बाद भारत की ताकत को पूरी दुनिया सलाम करती हैl
कुछ लोगों का मानना है कि आतंकियों को पता है कि जब कांग्रेस सरकार होती है तो भारतीय सैनिकों के हाथ बाँध दिए जाते हैं, कांग्रेस सरकार में आतंकी भारत में कहीं भी आ जा सकते हैं, दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता, जयपुर, वे कहीं भी बम धमाके कर सकते हैं, लेकिन मोदी की सरकार में ऐसा कुछ करना मतलब अपनी मौत को बुलाबा देने जैसा हैl आतंकी इस बात को भी अच्छी तरह से जानते हैं कि अगर कांग्रेस सरकार केन्द्र में वापस आई तो उन्हें डराकर कश्मीर को छीना जा सकता हैl
अमरनाथ यात्रा के पीछे कि वजह के बारे में ये बताया जा रहा है कि आतंकियों और कांग्रेस का मकसद था पीडीपी और बीजेपी गठबंधन को तुड़वाकर जम्मू-कश्मीर की सरकार गिराना और उसके बाद राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को हरानाl ये भी हो सकता कि रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति चुनाव हरवाने के लिए आतंकियों ने अमरनाथ यात्री बस पर हमला किया होl
हो सकता है उनका मकसद सभी 50 यात्रियों को मारने का रहा हो, अगर सभी यात्री मारे जाते तो देश में बहुत बड़ा हंगामा खड़ा हो जाता और हो सकता था कि बीजेपी को पीडीपी से गठबंधन तोड़ने और राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की जातीl इससे दोनों पार्टियों में तकरार बढती और दोनों पार्टियों में गठबंधन टूट जाता और इसके बाद पीडीपी रामनाथ कोविंद को समर्थन नहीं देती और वे चुनाव हार जाते कांग्रेस उम्मीदवार मीरा कुमार राष्ट्रपति बनतीं और कांग्रेस की चाल कामयाब हो जातीl इस अमरनाथ यात्रा पर हुए आंतकी हमले के बाद आपने देखा होगा कि राहुल गाँधी ने क्या बयान दिया राहुल ने मोदी पर हमला करते हुए कहा कि- मोदी अपने राजनितिक फायेदे के लिए निर्दोष लोगों को मरवा रहे हैंl राहुल के इस बयान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस कि सोंच किस हद तक गिर सकती हैl