हालहि में अमरनाथ जा रही बस पर कुछ आतंकवादियों ने हमला कर दिया जिसमे 7 लोगों की मौत हो गई और बहुत से लोग घायल भी हुए, लेकिन कहा जा रहा है कि ड्राइवर के सहस की वजह से बाकि लोगो की जान बच पाई l जिसने अपने साहस का परिचय देते हुए बस को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया l लेकिन अंधाधुंध गोलियों की फायरिंग के कारण लोग मारे गए l अमरनाथ में हुए हमले की दहशत अभी तक लोगो से निकली भी नही कि एक और बड़े आतंकी हमले की की आशंका जताई जा रही है lजहाँ सभी देश मिलकर आंतकवाद के नामो निशान मिटाने के लिए एक जुट हो रहे है वही दूसरी तरफ आतंकी अपने उद्देश्यों के अंजाम दे रहे है और सुरक्षा ऐजंसियां बिलकुल भी अलर्ट नही है जिसके कारण हम कुछ नही कर पाते है और आतंकी जो चाहते है वो कर देते है l अमरनाथ हमलो के अलावा आप और बहुत से उदाहरण देख सकते है यहाँ तक कि जिस स्थान को सबसे सुरक्षित माना जाता है उसपर भी हमले जेसी घटनाए देखने को मिलती है lजब अमरनाथ श्रद्धालुओं पर हुए आतंकी हमला हुआ है तब से पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट कर दिया गया है। क्योंकि अमरनाथ में हुए हमले के बाद अब कांवड़ियों को निशाना बनाने की आशंका जताई जा रही है l जिसके लिए भरी पुलिस बल और सीआरपीएफ के जवानो के भी तैनात कर दिया है l और जगह जगह पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे है l अब गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक अहम बैठक बुलाई है। जिसमे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ सभी सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख दोपहर में एक अहम बैठक करने वाले हैं। जिसमे आगे की योजना बनाई जाएगी l
जानिए इस बार कितने श्रधालुओ को निशाने बनाने की फ़िराक में है आतंकी
पहले भी अमरनाथ में यात्रियों पर हमला हुआ था लेकिन उसका प्रभाव ज्यादा लोगो पर नही पड़ा उसको उतना नही दिखाया गया जितना इस बार हुए हमले को हाई लाइट किया जा रहा है l सन 2000 में इससे बड़ा हमला हुआ था जिसमे 100 से भी ज्यादा लोगो की मौत हुई थी और बहुत से लोग घायल भी हुए थे लेकिन इस बार 150 लोगो को मारने के लक्ष्य बताया जा रहा है जिसमें 100 के आसपास जवानो को भी आतंकी टारगेट बनाने की फ़िराक में घूम रहे है l