विश्व कुछ ही देश ऐसे थे, जिनपर कभी कब्ज़ा नही हुआ था अन्यथा तो हर शक्तिशाली देश ने अपने बल के आधार पर कमज़ोर देशो पर राज़ किया है l पिछले दशको में भारत पर बहुत से देशो ने अपना वर्चस्व कायम करने के लिए पुर जोर कोशिश की, क्योंकि अंग्रेजो ने भी भारत पर राज़ करके बहुत लुटा है l लेकिन भारत की हमेशा से ही एक रणनीति रही है कि सभी से मिल झूल कर चले, क्योंकि उसको पता है एकता में जो ताकत होती है तो वो अकेले में नहीं होती है l सन 1962 चीन और भारत के बीच युद्ध हुआ लेकिन समझोता होने के बाद भी आज तक चीन के व्यवहार ने कोई बदलाव नहीं आया है और हमेशा तिब्बत को लेकर वह विवाद होता करता रहा है l हालहि में जब चीन के राष्ट्रपति शी चिंगफिंग ने भारत का दोरा किया था जिसमें उन्होंने भारत से अपने बिगड़े रिश्तो में सुधार की बात कही थी l लेकिन कहते है न कि, ‘हाथी के दांत खाने के कुछ और दिखाने के कुछ और होते है’ ये चीन पर बिलकुल सही बैठती है l चीन ने हमेशा से ही तिब्बत को चीन में मिलाने पर जोर दिया है लेकिन राष्ट्रपति के भारत दौरे में कहा था कि तिब्बत समस्या को शांति से मिलकर निपटाया जायेगा l परन्तु इस बात का असर शुरू में ही रहा, उसके बाद चीन सब कुछ भूल चूका है उसने फिरे एक बार भारत में घुसपेठ करना शुरु कर दिया है l भारत ने आज़ादी के बाद से अपने सेनिक क्षेत्र में बहुत विकास किया है लेकिन कुछ ऐसी वजह सामने आई है जिसके बाद भारत चीन से सीमा पर कुछ नहीं कर पायेगा l
चीन ने बताया है कि भारत के ज्यादातर हथियार विदेशो से आयात किए गए है अगर ऐसे में चीन के साथ युद्ध छिड़ता है तो वो और हथियार सप्लाई नही करा पायेगा वाही भारत का लोजिस्टिक भी बेहद खराब है जो भारत की हार का बहुत बड़ा कारण बन सकता है तीसरा कारण ये है कि दुसरे देशो से मंगवाए गए हथिया कोम्प्रिहेसिव कोम्बेक्ट सिस्टम के लिए बिलकुल अनुकूल नही है l जिससे भारत सीमा पर टिक नहीं सकता है ज्यादा जानकारी के लिए ऊपर वीडियो में देखिए और किन कारणों से भारत चीन को नही हरा सकता है l