इजराइल दौरेके बाद मोदी जी20 समिति में हिस्सा लेने के लिए जर्मनी में पहुचे| जहा देश के लगभग 19 देशो के राष्ट्र अध्यक्ष मोजूद थे| इसमें मुख्य रूप से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, रूस के व्लादिमीर पुतिन, चीन के के शी जिनपिंग, भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी समेत कई सारे नेता मौजूद थे| इस बार सम्मेलन की मेजबानी जर्मनी कर रहा है| हालाँकि जर्मनी में इस सम्मेलन का विरोध भी चल रहा है|
इसी बीच जब इस समिति की बैठक ख़त्म होने के बाद होने वाले फोटो सेशन शुरू हुआ तब जो हुआ वो देखकर सब हैरान रह गये| चूँकि इस बार जर्मनी मेजबानी कर रहा है तो उस पहले कतार में खड़ा होना था इसके अलावा पहली कतार में राष्ट्रपति होते है और दूसरी कतार में प्रधानमंत्री और तीसरी कतार में अन्य लोग होते है| इसी सिलसिले में ट्रम्प को पहली कतार के अंत में जगह मिली और मोदी को दूसरी कतार में जगह मिली| लेकिन हम आपकी जानकारी के लिए
बता देना चाहते है इससे पहले जब चीन ने जी 20 सम्मेलन की अध्यक्षता की थी तब उसने इस प्रोटोकोल को तोड़कर मोदी को पहली पंक्ति में खड़ा किया था| लेकिन जर्मनी ने इस प्रोटोकॉल में किसी तरह का परिवर्तन नही किया और कतार में जगह उम्र के हिसाब से मिलती है इसीलिए इन दो ताकतवर नेताओं के साथ ऐसा हुआ| पहली कतार में बाएं से दायें फ़्रांस अमेरिका, इंडोनेशिया, मेक्सिको, साउथ अफ्रीका, अर्जेंटीना, चीन, जर्मनी, रूस, तुर्की, ब्राजील, साउथ कोरिया के राष्ट्रपति शामिल थे
जबकि दुरी पंक्ति में बाएं से दायें इटली, कनाडा, भारत, जापान, आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री शामिल थे|चूँकि जी 20 सम्मेलन में फोटोग्राफ्स के लिए नेताओं के सीनियरिटी को देखते हुए जगह दी जाती है और जर्मनी अपने इस प्रोटोकॉल में किसी तरह का परिवर्तन न करते हुए सभी को नियंमानुसार कतार में खड़ा किया गया था| आपको बता दें कि इससे पहले जब चीन G20 सम्मेलन की मेजबानी कर रहा था तब चीन से सारे प्रोटोकॉल तोड़कर मोदी को पहले पंक्ति में जगह दी थी|