संसार में जीवन और मरण दो सबसे बड़े सत्य है जिसको सभी ने भली भांति स्वीकार किया, क्योकि ये ही सच है वरना तो आज कल लोग छोटी छोटी बातो के लिए झूट बोल देते है l प्राचीन काल में जब किसी के घर में बच्चा पैदा होता था तो लोग उसको भगवान का आशीर्वाद मानते थे l फिर चाहे उनके घर लड़की का जन्म हुआ हो या लड़के का, उनके लिए कोई मायने नही रखता था l लेकिन आज के इस युग में लोगो के अंदर अहंकार बहुत हो गया है l जिसके कारण उनकी इच्छाये इतनी बड गई है कि हर कोई अपने अपनी संतान के रूप में लड़की नहीं केवल लड़का ही देखना चाहता है l
लड़के और लकड़ी के बीच लोग शुरू से ही भेदभाव करते आये है, लडकियों ने अगर किसी के घर में जन्म ले लिया तो उनको घर से बाहर नहीं निकलने देना, उनको ज्यादा शिक्षित नही करना जिसके कारण वो लडको से आगे न निकल जाए l हमेशा उनके साथ लिंग के आधार पर भेदभाव किया गया है l लेकिन जैसे जैसे दुनिया में बदलाव होने लगा, लोगो की सोच भी बदलने लगी l जब किसी घर में कोई बच्चा जन्म लेता है तो पैदा होने के बाद डॉक्टर सबसे पहले ये देखता है कि ये लड़का है या लड़की l
लेकिन हाल ही में जो मामला देखने को मिला है उसको सुनकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जायेंगे lदुनिया में पहली बार एक ऐसा बच्चा जन्मा है जिसका कोई जेंडर ही नहीं है और हैरान करने वाली बात तो ये है कि वैज्ञानिक भी अभी तक पता नही लगा पाए है कि इसके पीछे का क्या कारण है l आपको बता दे कि जन्म के समय बच्चे का जेंडर क्या है। इसको लेकर संदेह के लोगो में बहुत से संदेह देखने को मिलते है, लेकिन बाद में उन बच्चो को लड़का या लड़की किसी एक में जेंडर चेंज करवा दिया जाता है l इस बार तो कहानी बिल्कुल अलग ही है।
कनाडा में एक आठ साल का बच्चा है जिसका नाम “शेरिल अतली” है। वह दुनिया का पहला ऐसा बच्चा है जिसका कोई सेक्स नहीं है। हाल ही में शेरिल का ब्रिटिश कोलंबिया हेल्थ कार्ड बना है जिसमे डॉक्टर ने रिपोर्ट कार्ड पर बच्चे के जेंडर न तो एम और न ही एफ से दर्शाया गया है उसकी जगह पर ‘यू’ लिखा है। जिसका मतलब अननोन होता है। इसको लेकर डॉक्टर भी सक्ते में है क्योकि उन्होंने आज से पहले ऐसा अजीबोगरीब कैस पहले कभी नहीं देखा l
लेकिन डॉक्टरो की रिपोर्ट के आधार पर ये बताया जा रहा है कि इसके पिछे का सबसे बड़ा कारण है उसके पेरेंट्स क्योंकि कोरी दोती भी नॉन-बाइनरी ट्रांसजेंडर हैं। जिसका सीधा मतलब है कि वह न तो मेल हैं और न फीमेलl जिसके कारण उनका बच्चा भी बिना किसी जेंडर के जन्मा है l बच्चे की माँ कोरी का कहना है कि वह अपने बच्चे का पालन पोषण अलग तरह से करेगी उसका कहना ये भी है कि ‘मैं सिर्फ इसको जेंडर से अलग एक बच्चे के रूप में देखती हूँ’और इसको लड़का लड़की के प्रतिबंधो से अगल रखूंगी l
ब्रिटिश में रहने वाली कोरी नाम वाली ये महिला अपने बच्चे की जन्मतिथि जारी कराने की पूरी कोशिश कर रही है l लेकिन ब्रिटिश कोलंबिया के इस प्रांत ने शेरिल की जन्मतिथि जारी करने से पूरी तरह इंकार कर दिया है l उसकी माँ कहना है कि इसमें इस बच्चे की क्या गलती है की ये बिना किसी जेंडर के पैदा हुआ है l लेकिन यहीं बच्चा अगर प्राचीन काल में पैदा हुआ होता तो लोग इसको लोगो ने भगवान का कोई चमत्कार मान लिया होता, जिसको किसी खास उदेश्यों को पूरा करने के लिए धरती पर भेजा होगा l