कुछ महिलाएं मर्दों के जुल्म को सहते हुए चट्टान की तरह होकर अपने हक़ की लड़ाई लड़ने से भी पीछे नहीं हटती। इन महिलाओ के साथ बाद से बदतर व्यवहार होता है यहाँ ,महिलाओं की जिन्दगी को बुर्के के बाहर से दिखाने की कोशिश की है इस फोटो जर्नलिस्ट ने। फोटो में दिख रही बच्ची का नाम फातिमा है।
उसके परिवार वालों ने मात्र 4 साल की उम्र में चंद पैसों के लिए फातिमा को बेच दिया था। उसकी शादी 6 साल के बच्चे के साथ करवा दी गई थी। जिस घर में फातिमा को भेजा गया था, वहां बचपन से ही वो मारपीट की शिकार हो गई थी। उसके शरीर में मौजूद घाव उसके दर्द को दिखाने के लिए काफी हैं। एक दिन जब फातिमा के ससुर ने उसपर घड़ी चुराने का इल्जाम लगाया तो वो घर से भाग गई। तब से फातिमा अनाथालय में रह रही हैं।तालिबानी हमलों में कई महिलाओं की जान जा चुकी है बुर्के के पीछे से हथियार चलाना भी सीख रही हैं महिलाएं घरेलू हिंसा ने बर्बाद की कई महिलाओं की लाइफ छोटी बच्चियां अपने सपनों को उड़ान देने को हैं तैयार ऐसा देश जहां सिर्फ पुतलों को चेहरा दिखाने की परमिशन है