इस डिनर में अमरीकी मुस्लिम समुदाय के अहम लोग शामिल होते थे. इसके साथ ही इसमें कांग्रेस सदस्य और मुस्लिम देशों के डिप्लोमैट भी शरीक होते थे.1999 से अमरीकी विदेश मंत्रालय या तो एक इफ़्तार पार्टी देता था या ईद के मौक़े पर एक स्वागत समारोह में पार्टी का आयोजन करता था. लेकिन इस बार ऐस्सा कुछ नहीं हुआ डोनाल्ड ने इस बार ऐसा कुछ नहीं किया.
डोनल्ड ट्रंप अपने चुनावी कैंपेन से ही इस्लाम को लेकर आक्रामक रहे हैं. ट्रंप ने अपने चुनावी कैंपेन में मस्जिदों को निगरानी में रखने की बात कही थी.ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद कई मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों के अमरीका आने पर पाबंदी भी लगाने की कोशिश की थी . हालांकि ट्रंप ने अपने पहले विदेशी दौरे में सऊदी अरब की यात्रा कर अपनी छवि बदलने की कोशिश की थी.इस यात्रा में उन्होंने 55 मुस्लिम बहुल देशों के सामने आतंकवाद के ख़िलाफ़ साथ आने की अपील की थी.