देर रात तक पुलिस अयूब के शव की शिनाख्त तक नहीं कर पाई। सुबह काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने मस्जिद के प्रांगण से उनका शव बरामद किया। अयूब के शव की हालत इतनी खराब कर दी गई थी कि उनका बेटा उसे देखकर बेहोश हो गया। बांग्लादेश में रहकर पढ़ाई कर रही उनकी बेटी सानिया परिवार के साथ ईद मनाने घर आई थी, लेकिन उसे अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होना पड़ा। डीएसपी अयूब की एक भतीजी को रोते हुए यह कहते सुना गया, ‘हां, हम भारतीय हैं, हम भारतीय हैं। उन्होंने एक मासूम इंसान को मार डाला, हमारे मासूम अंकल को मार दिया।’
सूत्रों के मुताबिक, यह जानकारी भी सामने आ रही है कि डीएसपी अयूब पंडित का परिवार मीरवाइज उमर फारूक के परिवार का समर्थक माना जाता है। इसके अलावा पेशे से वकील अयूब का एक कजन मोहम्मद अब्दुल्लाह पंडित पत्थरबाजों और अलगाववादियों के लिए केस लड़ता रहा है। अब्दुल्लाह के बारे में यह भी बताया जा रहा है कि वह हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के कट्टर सहयोगी मियां कयूम का करीबी रहा है।