कोई काफ़ी लोगों को लगेगा ये लंगूर के हाथ में हूर कहाँ से आ गयी ? लेकिन ये सब मुस्लिमों के समाज में कोई बड़ी बात नहीं है , यहाँ औरतों को बाँधकर रखा जाता है , उनकी मर्ज़ी की कोई क़दर नहीं होती ना उनकी मर्ज़ी पूछी जाती है| इनमे औरतों को अपने लिए फैसला लेने का भी हक नहीं है.
अरे उनको तो काले कपड़े में ढक कर जानवरों की तरह रखा जाता है । और इस्लाम का अंदरूनी मामला बताकर इस बात को सही साबित करने की कोशिस की जाती है , हम तो ये नहीं समझ पाहैं कि इतने दक़ियानूसी समाज में आजकल की पढ़ी लिखी मुस्लिम लड़कियाँ कैसे रह लेती हैं ।
आगे देखिये विडियो जिसे देखकर आपके उड़ जायेंगे होश…
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