वो कहती हैं, ”शादी तय हो चुकी थी. एक अजीब तरह का डर था कि अगर पति को पता चल गया तो पता नहीं क्या होगा. हमारे समाज में शादी से पहले कौमार्य भंग होने को अच्छा नहीं माना जाता. डर था कि शादी का अंजाम क्या होगा और फिर मेरे मां-बाप क्या सोचेंगे?”
उन्होंने इस सर्जरी के बारे में सुना था जिससे वो अपनी कुंवारापन दोबारा हासिल कर सकती हैं.इंटरनेट पर थोड़ी मशक्कत के बाद अपने दोस्त के साथ वो पहुंच गई डॉक्टर के पास. वे बताती हैं, ”डॉक्टर ने मुझसे कुछ सवाल किए, जैसे कि मैं किस उम्र से शारीरिक समभंद कर रही हूँ आदि और फिर मुझे सर्जरी का समय दे दिया.”
आगे जानिये कैसे होता है ये सब
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