जांच के दौरान खुलासा हुआ है कि संतराम महेश्वरी और विनोद महेश्वरी को पहले भी जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. अब इन तीनों को जयपुर लाया गया है. ये लोग बार्डर के पास जाकर मोबाइल के जरीए सूचनाएं आईएसआई पाकिस्तान को भेजते थे. सिम कार्ड पाकिस्तानी होने की वजह से भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इन्हें नहीं पकड़ पाती थी. इन तीनों के पास से बहुत सारे सेना और सुरक्षा से जुड़े दस्तावेज भी मिले हैं.
पिछले कुछ समय से आईएसआई हिंदूओं को अपने जासूसी रैकेट में फंसा रही है ताकि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इन पर शक न कर सकें. ISI उन हिन्दुओ को फंसा रही है जिनके रिश्तेदार पाक में रहते हैं,महेश्वरी बंधु भी अपने पाकिस्तानी रिश्तेदारों के जरीए हीं आईएसआई के संपर्क में आए थे.बताते चलें कि इससे पहले भी राजस्थान से आईएसआई के कई हिंदू एजेंट गिरफ्तार किए जा चुके हैं. जिनमें रिटायर्ड फौजी भी शामिल थे. भारत अब कड़े कदम उठा रहा है जिससे कोई भी ISI एजेंट भारत के खिलाफ षड़यंत्र न रच सके.