पत्नी ने चाय नहीं दी तो पति ने बुला ली पुलिस, और फिर….
पिछले एक सप्ताह से नंदिनी केआर अपने दोस्तों के मज़ाक के निशाने पर थीं. उन्हें बार-बार चिढ़ाया जा रहा था कि इस बार की सिविल सेवा परीक्षा को वो ही टॉप करेंगी. लेकिन जो बात उनके दोस्त मज़ाक में कह रहे थे वो अब सच साबित हो गई है.जब सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे आए तो उन पर यक़ीन करना नंदिनी के लिए मुश्किल था. नंदिनी ने वो कर दिखाया जो करना बहुत ही मुश्किल है|
नंदिनी ने कहा “जब नतीजे आए तो मैं उन पर यक़ीन ही नहीं कर पाई.”लेकिन बेंगलुरू के एमएस रमैय्या इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी की सिविल इंजीनियरिंग की छात्रा रहीं नंदिनी के आईएएस अधिकारी बनने में ख़ास बात क्या है?वो कहती हैं, “आईएएस बनना हमेशा से मेरा सपना था. अगर आप समाज का विकास करना चाहते हैं तो आप आईएएस बनकर ये बेहतर तरीके से कर सकते हैं.”कर्नाटक के कोलार ज़िले के एक शिक्षक की बेटी नंदिनी ने शुरुआती पढ़ाई सरकारी स्कूल से की है. बारहवीं की पढ़ाई के लिए वो चिकमंगलूर ज़िले के मूदाबिदरी आईं और परीक्षा में 94.83 प्रतिशत अंक प्राप्त किया. एक साधारण सरकारी स्कूल से पढ़ी हैं नंदिनी.
आगे देखिये ऐसा क्या कहती हैं नंदिनी केआर अपने इंटरव्यू में