एक ऐसा देश जहां पर सिनेमा नहीं देखा जाता है, कॉफी हाउस में सिर्फ पुरुष ही जा सकते हैं वहां शाही परिवार के एक सदस्य ने अब कुछ अलग हटकर काम करने का फैसला किया है ताकि समाज में महिलाओं को आगे बढ़ाया जा सके. उसकी कोशिश है कि महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार से जोड़ा जाए और उनकी सामाजिक जिंदगी बदलाव हो|एक ऐसा देश जहां पर सिनेमा नहीं देखा जाता है, कॉफी हाउस में सिर्फ पुरुष ही जा सकते हैं वहां शाही परिवार के एक सदस्य ने अब कुछ अलग हटकर काम करने का फैसला किया है ताकि समाज में महिलाओं को आगे बढ़ाया जा सके. उसकी कोशिश है कि महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार से जोड़ा जाए और उनकी सामाजिक जिंदगी में बदलाव हो|
सऊदी अरब के डिप्टी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (31) मानना है कि अब समय आ गया है कि यहां कि महिलाओं को आगे बढ़ाया जाए और उनको भी रुढ़िवादिता से निकालकर आजादी से जीने का आधिकार दिया जाए. सऊदी अरब के लोग हर साल लाखों-करोड़ों रुपया विदेशों में जाकर मौज-मस्ती में खर्च कर देते हैं लेकिन उनके अपने ही देश में इन सब चीजों की आजादी नहीं है| देश को बदलते आधुनिक सोच से जोड़ने और परंपराओं से मुक्त करने के लिए डिप्टी क्राउन प्रिंस ने एक विजन तैयार किया है जिसे 2030 तक लागू किए जाने कि कोशिश है. प्रिंस की कोशिश है कि सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था तेल पर निर्भर के रहने के साथ ही इसमें और भी कुछ बदलाव किए जाएं. उनका सपना है कि आने वाले दशक में सऊदी अरब की छवि पूरी दुनिया में बदल जाए| आपको ज्ञात हो की प्रिंस ने पहले भी PM नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सऊदी में मंदिर बनाने का ऐलान किया था अब उनका ये कदम भी सराहनीय है|.